नई दिल्ली- आगामी लोकसभा चुनाव अमित शाह के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा. बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में संगठन चुनाव टालने का प्रस्ताव पारित किया गया है. बीजेपी के आला नेता बताते हैं कि चुनाव के पहले पार्टी किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती है. यही वजह है कि मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष शाह के नेतृत्व में ही चुनाव लड़े जाने का फैसला सर्व सम्मति से लिया गया है.

गौरतलब है कि अमित शाह का कार्यकाल जनवरी 2019 में खत्म हो रहा है. चर्चा है कि आगामी लोकसभा चुनाव 2019 के मार्च-अप्रैल में हो सकता है. ऐसे में पार्टी नई टीम के साथ चुनावी मोर्चे में नहीं उतरना चाहती. अमित शाह के नेतृत्व में ही बीजेपी ने कई राज्यों में हुए चुनाव में ऐतिहासिक सफलता अर्जित करते हुए सरकार बनाई है. शाह की रणनीति के बूते ही बीजेपी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बनी है.

पार्टी का संविधान कहता है कि किसी भी योग्य चेहरा तीन वर्षों के दो कार्यकाल तक पार्टी अध्यक्ष का दायित्व संभाल सकता है. अमित शाह 24 जनवरी 2016 को निर्विरोध तीन सालों के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे. बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में संगठन चुनाव को एक साल के लिए टाल दिया गया है.

लोकसभा के पहले तीन राज्यों में चुनाव का नेतृत्व करेंगे शाह

लोकसभा चुनाव के पहले मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चुनाव का नेतृत्व भी बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह करेंगे. तीनों ही राज्यों में नवंबर-दिसंबर में एक साथ चुनाव होने हैं. राज्य संगठन चुनावी रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं. अमित शाह भी चुनावी राज्यों में मैराथन दौरा कर रहे हैं.