दिल्ली। भाजपा के लिए ऐसा लगता है कि अमेठी पर कब्जा जमाए रखना आसान नहीं होने वाला है। कांग्रेस ने भाजपा को तगड़ा झटका देते हुए पार्टी के दो सौ से ज्यादा नेताओं को अपने पाले में कर लिया है।

कांग्रेस को अमेठी में शिकस्त खाए महज आठ माह हुए हैैं लेकिन पार्टी अपनी परंपरागत सीट पर हर हाल में कब्जा बनाए रखने की कोशिशों में जुटी है। भले ही पहले का दौर कांग्रेस के लिए बेहद बुरा रहा ह़ो लेकिन पार्टी के नेता अमेठी वापस लेने की पुरजोर कोशिशों में लगे हैं। कुछ दिन पहले तक अमेठी में बड़े-छोटे और कद्दावर नेता का कांग्रेस से मोह भंग था। हर एक को भाजपा में अपना राजनैतिक भविष्य नजर आ रहा था लेकिन आठ महीने के अंदर ही भाजपाईयों को अपना भविष्य अंधकार मय नजर आने लगा।

अब ऐसे में यहां के भाजपाईयों का स्मृति ईरानी और उनके दल से मोह भंग होने लगा है। जिसका प्रमाण उस वक्त देखने को मिला जब दो सौ की संख्या में भाजपाई कांग्रेस में शामिल हो गए। इनमें पंचायत सदस्य, प्रधान और अन्य पदों के लोग भी काफी संख्या में रहे।