रायपुर. भाजपा के पांच सदस्यी जांच दल ने बुधवार को फरसगांव पहुंचकर लाठीचार्ज में घायल किसानों से मुलाकात की और उनसे बात कर घटना की जानकारी ली. जांच दल की सदस्या पूर्व मंत्री लता उसेंडी जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की है. उसेंडी ने कहा कि अपनी मांगों को लेकर आन्दोलन कर रहे किसानों पर रात के अंधेरे में लाठीचार्ज किया गया है. जिससे बड़ी संख्या में किसानों को चोट लगी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश भर के पंजीकृत किसानों का धान खरीदी किया जाए.

गौरतलब है कि केशकाल में किसानों पर लाठीचार्ज के मामले में भाजपा ने पांच सदस्यीय जांच दल का गठन किया है. जांच दल में पूर्व मंत्री केदार कश्यप, लता उसेंडी, पूर्व विधायक सेवक राम नेताम, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पूनम चंद्राकर एवं किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा शामिल हैं.

किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर जिलेभर के किसान भी बुधवार को फरसगांव में एकत्रित हुए. किसानों का कहना है कि अगर सरकार धान खरीदी को लेकर तिथि आगे नहीं बढ़ाती है तो आगे और आन्दोलन करने की चेतावनी दी है.

जिले के भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का पुतला फूंक कर जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और धान खरीदी की अंतिम तिथि बढाने की मांग की.

इधर इस पूरे मामले में पुलिस ने लाठीचार्ज की घटना को सिरे से ख़ारिज किया है. पुलिस ने खंडन जारी करते हुए किसी भी प्रकार की लाठीचार्ज की कार्रवाई से इनकार किया है.