चंडीगढ़। पंजाब की 117 विधानसभा सीटों के लिए 20 फरवरी को वोट डाले जाने हैं, इस बार पंजाब का चुनाव बेहद दिलचस्प होने वाला है. यहां कई राजनीतिक पार्टियां चुनाव मैदान में हैं. कई नेता इस पार्टी से उस पार्टी की ओर हो रहे हैं, तो अब गठबंधनों में भी सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है. चुनाव से पहले ही लोक इंसाफ पार्टी का भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन लगभग टूट गया है. अभी सूची आने के बाद इसकी औपचारिक घोषणा मात्र रह गई है. गठबंधन टिकटों को लेकर टूटा है. दरअसल लोक इंसाफ पार्टी गठबंधन में 15 से लेकर 18 सीटें मांग रही थी, लेकिन भारतीय जनता पार्टी बैंस बंधुओं को 5 सीटें दे रही थी, जिन पर बात नहीं बनी. अब बैंस बंधु गठबंधन से अलग होकर अपने ही स्तर पर फिर से चुनावी दंगल में उतरने के मूड में है.

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बता दें कि इस बार बीजेपी पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और शिरोमणि अकाली दल संयुक्त के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है और टिकटों के बंटवारे पर सहमति बनाने की कोशिश की जा रही है. भारतीय जनता पार्टी, पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) गठबंधन में टिकटों के बंटवारे की रूपरेखा लगभग तय हो गई है. अब गठबंधन में सीटों का जो बंटवारा तय हुआ है, उसके अनुसार भारतीय जनता पार्टी 65 और कैप्टन अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस 39 सीटों पर लड़ेगी. शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) को 13 सीटें देने पर सहमति बनी है.

लोक इंसाफ पार्टी (लिप) गठबंधन से बाहर

लोक इंसाफ पार्टी के साथ एक दिक्कत ये भी थी कि वो जहां-जहां से अपने नेताओं के लिए टिकटें चाहते थे, उन सभी स्थानों पर भाजपा पहले ही अपने उम्मीदवार तय कर चुकी थी. भाजपा ने उन्हें दूसरे स्थानों पर अपने 5 कैंडिडेट देने का ऑफर दिया, लेकिन बैंस बंधु अपनी सीटें बढ़ाने पर अड़े रहे. बता दें कि पंजाब विधानसभा में लोक इंसाफ पार्टी के दो ही विधायक हैं और दोनों सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंद्र सिंह बैंस सगे भाई हैं.