रायपुर- सार्वजनिक उपक्रमों को बेचे जाने वाले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा है कि उपक्रमों के विनिवेश और निजीकरण को लेकर झूठ फैलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल की सच्चाइयों से भी रूबरू होना चाहिए. मूणत ने कहा कि सरकारी उपक्रमों में विनिवेश और निजीकरण की शुरुआत तो कांग्रेस के शासनकाल में ही हो चुकी थी. पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल में वित्त मंत्री रहते हुए ख़ुद मनमोहन सिंह ने ही सन 1991-92 के बज़ट में निजीकरण शुरू किया. उन्होंने सरकारी कंपनियों को विनिवेश की मंजूरी दी और उन्हें अधिक स्वतंत्रता दी गई.
पूर्व मंत्री राजेश मूणत कहा कि एक समय कांग्रेस समर्थित सरकार के कार्यकाल में देश का सोना गिरवी तक रख दिया गया था. उन्होंने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए सवाल किया कि क्या देश का सोना इनके दादा-नाना का था, जो गिरवी रख आए थे? लाखों वर्ष में बना भारत इनके दादा-नाना की पुश्तैनी जायदाद नहीं था, जिसे धर्म के नाम पर ज़िन्ना के साथ केक की तरह बाँट लिया गया. पूर्व मंत्री मूणत ने कहा कि प्रधानमंत्रित्व के अपने दूसरे कार्यकाल में मनमोहन सिंह ने अप्रैल 2009 से मार्च 2014 के दौरान पाँच में से चार बज़ट में विनिवेश लक्ष्य घोषित किया था और इस दौरान विनिवेश से हुई कुल प्राप्तियाँ 99,367 करोड़ रुपए रही थीं. सन 2011-12 में मनमोहन सिंह ने 40 हज़ार करोड़ रुपए के विनिवेश का लक्ष्य रखा था. मूणत ने कहा कि कोयला, स्पेक्ट्रम, आदर्श सोसाइटी जैसे घोटालों का जो सिलसिला संप्रग शासनकाल में चला, वह न केवल देश को बेचने का एक षड्यंत्र था, अपितु इन घोटालों ने देश के करोड़ों लोगों के मुँह का निवाला तक छीन लिया था. कोयला, स्पेक्ट्रम आदि क्षेत्र किसी की पुश्तैनी सम्पत्ति नहीं थी, जहाँ कांग्रेस और उसकी सहयोगी राजनीतिक पार्टियाँ लूट मचाए बैठी थीं.
मूणत ने कहा कि आज सरकारी उपक्रमों को लेकर प्रलाप करके कांग्रेस अपने पाखंड पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश कर रही है. दरअसल यह प्रलाप कांग्रेस की राजनीतिक विफलताओं से उपजी खीझ का परिणाम है. बिहार, गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, कर्नाटक के हालिया चुनाव-उपचुनावों में कांग्रेस ख़ारिज हो चुकी है. इसी बौखलाहट में खंभा नोचते कांग्रेस के नेता अब अपने ही सांसद-नेताओं के सुर से भी बदहवास हो चले हैं जहाँ कपिल सिब्बल जैसे नेता अब कांग्रेस की सुपारी लिए नज़र आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि आज भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के साढ़े छह साल के कार्यकाल में घोटाले का कोई एक आरोप तक नहीं लग पाया है और जो झूठ फैलाया जाता रहा, उसके लिए कांग्रेस नेतृत्व को सुप्रीम कोर्ट में नाक रगड़कर माफी मांगनी पड़ी है. मूणत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आज हर तरह की चुनौतियों का सामना कर न केवल देश को विश्व मंच पर सम्मानजनक स्थान दिलाने में कामयाब हुए हैं, अपितु आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को साकार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम बघेल अपनी ज़ुबान को संयत रखें और पूर्व सीएम डा. रमन सिंह से प्रेरणा लें जिनकी शालीनता से विरोधी भी प्रभावित रहते थे.