नितिन नामदेव, रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कांग्रेस घोषणा पत्र में तीन बड़ी घोषणाएं वाले बयान पर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि घोषणा पहले भी बहुत हुई है. 5 साल जनता इंतजार कर रही थी कि घोषणाएं कब पूरी होगी.

राजेश मूणत ने सवाल किया कि क्या दारू की घोषणा इंप्लीमेंट हो गई? किसानों को बोनस क्या दे दिया? केवल पेपर और होर्डिंग तक यह घोषणाएं सीमित रही. तो जुमलेबाजी छोड़ो. यह बताएं कि छग में भ्रष्टाचार का कारवां कहां तक पहुंचा है. साथ ही पूछा कि आखिर बीजेपी के घोषणा पत्र को लेकर इतनी खलबली क्यों मची हुई है.

कांग्रेस की अंतिम सूची जारी होने पर और विधायकों के टिकट कटने पर राजेश मूणत ने कहा कि उनके ऊपर भरोसा नहीं था. आपने कहा था कि सभी विधायकों को जीता कर लाऊंगा. लोगों ने इसपर विश्वास किया, सुर्खियों में रहा. यह विश्वास टूटते हुए दिख रहा है, नैय्या डूबती हुई दिख रही है. 22 तो गए और अब बचे कितने. बदलबो… बदलबो… ए दारी कांग्रेस सरकार ला बदलबो.

चिंतामणि महाराज के भाजपा शामिल होने की मूणत ने कहा कि नुकसान जिस पार्टी का है, वह चिंता करे. चिंतामणि महाराज बहुत दिनों से चिंता कर रहे थे. वह पहले से बीजेपी में थे. यह मामला कांग्रेस की आपसी गुटबाजी का है, जिसके कारण अपने विधानसभा को छोड़कर कहे कि मैं टीएस बाबा के खिलाफ लडूंगा.

जिन चार विधानसभा सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी घोषित नहीं किए जाने के सवाल पर पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि ऐसी कई सीट रुकी हुई हैं, जहां समस्त क्षेत्र के समीकरण को देखकर उत्कृष्ट प्रत्याशी शीघ्र मैदान में आएंगे. हमर राज पार्टी की 20 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा पर मूणत ने कहा कि देखिए धीरे-धीरे क्या होता है, कहां पर क्या स्थिति है. समय के साथ में स्थिति समझ आ जाएगी.