पुरुषोत्तम पात्रा,गरियाबंद. बीजेपी से बागी होकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में प्रवेश के बाद नामांकन खरीदने वाले रामरतन मांझी भूमिगत हो गए है. राकपा के जिला अध्यक्ष ने कहा कि आज नांमाकन दाखिला कराना था, प्रतिद्वंदियों पर अगवा की आशंका व्यक्त करते हुए कहा, उनके सामने आने के बाद ही मामला स्पष्ट होने की बात कह रहे है.
टिकट नहीं मिलने से बीजेपी से नाराज चल रहे रामरतन माँझी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रवेश के बाद इसी पार्टी से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया था. दो दिन पहले नामांकन फार्म भी खरीदा था, जिला अध्यक्ष किरीट ठक्कर के मुताबिक आज 1 नवम्बर को नामांकन दाखिल किया जाना था. बुधवार की रात 9 बजे उनसे अंतिम बार बात कर आज भरने वाले नामंकन की तैयारी को अंतिम रूप दे दिया गया था. आज सुबह जब फोन नहीं लगा तो जिला अध्यक्ष ने कार्यकर्ता जीवन साहू को गोलामाल ग्राम स्थित निवास पहुंचे तो बताया गया कि आधी रात करीबन 2 बजे कुछ लोग उन्हें अपने साथ ले गए. परिवार वाले भी नहीं बता रहे कि वो कौन लोग थे और कहां ले गए हैं.
जिला अध्यक्ष किरीट ठक्कर ने कहा कि जिस पार्टी को नुकसान की आशंका थी, उनके द्वारा ही यह घृणित कार्य किया गया है. बताया कि तीन दिन पहले रामरतन ने राकपा को बताया था कि उन्हें प्रलोभन देने का प्रयास किया गया था. कुछ लोग पहुंचकर उन्हें उठाने का भी प्रयास किए थे. ठक्कर ने कहा कि अब माँझी के सामने आने के बाद ही क्लियर हो सकेगा कि उन्हें बीती रात अगवा किया गया है, या वे स्वयं से गये है.
उन्होंने कहा कि रामरतन को एक वर्ग का पूरा स्पोर्ट था, इससे प्रतिद्वंदियों घबरा गए थे. लोकतंत्र की हत्या कर, नेतृत्व को कुचलने का प्रयास किया गया है. ठक्कर ने कहा चुनाव में जनता जवाब देगी.