रायपुर- अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण पर छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक और संसदीय सचिव विकास उपाध्याय के उस बयान पर सियासत गर्मा गई है, जिसमें उन्होंने मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को दिया था. इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि विधर्मियों को भी प्रभु राम के चरणों में आने पर मजबूर होना पड़ा है.
पूर्व मंत्री ने कहा कि ये खुशी की बात है कि जो लोग कल तक प्रभु राम के अस्तित्व को नकारते थे, जो लोग राम को काल्पनिक कहते थे, जिनके नेता कोर्ट में राम मंदिर की सुनवाई को आगे बढ़ाते रहे, जिस पार्टी के नेता राम काम नाम सुनकर आपा खो बैठते थे. जो कहते थे हमारे राम अलग है, उनके राम अलग है. वो लोग आज पोस्टर लगाकर श्रेय लेने की होड़ में लग गए हैं. राम के नाम पर दिए जला रहे हैं. उन्हें भी आज राम के चरणों में आने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जब से हमने होश संभाला है, तब से देखा है कि राजनीतिक स्वार्थों के लिए लोग विरोध प्रकट करते थे. राम जन्म भूमि पर मंदिर निर्माण का शुभारंभ होने पर पूरे विश्व में राम को मानने वाले लोगों में हर्ष है. 500 सालों की प्रताड़ना के बाद राम मंदिर की शुरूआत हो रही है. हम कहते थे राम लला आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे. यह सपना साकार हो रहा है, भावना पूरी हो रही है. बृजमोहन अग्रवाल ने काह कि आज हम जनता से आह्वान करते हैं कि आज और कल दिवाली मनाएं, उत्सव मनाएं. दीपक जलाए, रोशनी करें. अपनी भावना का प्रकटीकरण करें.
गौरतलब है कि संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने अपने बयान में कहा था कि कहा उच्चत्तम न्यायालय राम मंदिर निर्माण को लेकर निर्णय नहीं देती तो भाजपा आगे भी इस मुद्दे को अपने राजनीतिक फायदे के लिए ही उपयोग करते रहती. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण यदि आज होने जा रहा है, तो कांग्रेस पार्टी इसके लिये पहला हकदार है. ये बात और है कि कांग्रेस ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए राम मंदिर को कभी मुद्दा नहीं बनाया, जबकि भाजपा नेताओं की जुबानी से भी ये बात पूरे सोशल मीडिया में सुनी जा सकती है कि राम मंदिर निर्माण के पहले प्रणेता व असली हीरो राजीव गाँधी ही थे. 1986 में जब फ़ैज़ाबाद के ज़िला जज ने विवादित मजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद को लेकर कोर्ट से फ़ैसला सुनाया तो राजीव गांधी ने ही इस विवादित स्थल का ताला खुलवाया था और इसके बाद राम मंदिर बनाये जाने शिलान्यास भी किया.