रायपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने मनरेगा के 12 हजार कर्मियों के सामूहिक इस्तीफे को प्रदेश की कांग्रेस सरकार की विफलता बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने कहा कि लगातार अपनी मांगों को लेकर हड़ताल कर रहे मनरेगा कर्मियों की सरकार सुध नहीं ले रही हैं . उलटे उन्हें हटाकर सरकार उठ रही आवाज को दबाना चाहती हैं.
भाजयुमो अध्यक्ष अमित साहू ने कहा कि अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने का वादा कांग्रेस ने अपने जनघोषणापत्र में किया था, आज जब वही वादा याद दिलाया जा रहा तब कांग्रेस की सरकार तानाशाही का परिचय दे रही है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को याद दिलाते हुए कहा कि एक हजार से अधिक दिन बीत चुके हैं, जरा अनियमित कर्मियों से भेंट-मुलाकात कर उन्हें नियमित कब किया जाएगा बताएं.
भाजयुमो के प्रदेश मीडिया प्रभारी उमेश घोरमोड़े ने कहा कि 62 दिन से हड़ताल पर बैठे मनरेगा कर्मियों का सामूहिक इस्तीफा जनघोषणापत्र में सुनहरे शब्दों में अनियमित कर्मियों को नियमित करने का वादा करने वाली कांग्रेस के मुंह पर करारा तमाचा है. उन्होंने कहा कि चुनावी वादा कर सत्ता प्राप्त करने वाले आज नई भर्ती की बात कर डराने और धमकाने का काम कर रहे ऐसे वादाखिलाफी करने वाली कांग्रेस को छत्तीसगढ़ की जनता सबक सिखाएगी.