अखिलेश बिल्लौरे, हरदा। सुबह अचानक पटाखा फैक्ट्री में भीषण ब्लास्ट हुआ, देखते ही देखते सड़कों पर लाशें बिछ गई, भगदड़ मच गई, लोगों की चीख पुकार से पूरा शहर गूंज उठा। वो ‘6 फरवरी 2024’ का दिन था। इस दिन को हरदा के लिए काला दिन कहा जाता है। जिसमें प्रशासनिक आंकड़ों के द्वारा 13 मौत एवं अन्य कई लोग घायल हुए थे। पटाखा फैक्ट्री में तीन लगातार एक के बाद एक धमाके हुए थे। जिससे पूरे शहर में अफरा तफरी और गमगीन माहौल बन चुका था।

अब तक पीड़ित परिवारों को नहीं मिला न्याय,

आज पूरा 1 वर्ष पूरा हो चुका है। लेकिन पटाखा पीड़ित परिवारों को अभी तक पूर्ण रूप से न्याय नहीं मिल पाया है। जिसे लेकर अभी भी उन में रोष व्याप्त है। पीड़ितों को कई बार जिला प्रशासन से अपने न्याय की गुहार लगानी पड़ी। धरना प्रदर्शन करना पड़ा, भूख हड़ताल करनी पड़ी और यहां तक की पैदल मुख्यमंत्री से मिलने के लिए आधे रास्ते से वापस तक लौटना पड़ा। पीड़ितों को इस जद्दोजहद में पूर्ण रूप से न्याय नहीं मिला और उनमें प्रशासन व शासन दोनों से नाखुश हो गए है। इस ब्लास्ट पर पीड़ितों को ढांढस बांधने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महामहिम राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने भी सांत्वना सोशल मीडिया के माध्यम से जताई थी।

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आज भी ब्लास्ट का खौफ

दरअसल ब्लास्ट में पीड़ितों के घर पूरी तरीके से खत्म हो चुके थे। रहने खाने की व्यवस्था भी पूर्ण रूप से भंग हो चुकी थी। हादसे के बाद से ही रेस्क्यू कैंप में जिला प्रशासन ने पीड़ितों को रहने के लिए पीढित परिवारों के रहने एवं खाने-पीने जैसी अन्य सभी चीजों की व्यवस्था की। हादसे के एक वर्ष बीत जाने के बाद भी पीड़ित परिवार के सभी सदस्यों में ब्लास्ट का खौफ साफ नजर आज भी आता है।।

पीड़ितों का मानना है कि, उन्हें शासन स्तर पर अभी भी पूर्ण रूप से उनके जख्मों के साथ-साथ उनके रहवास के लिए उचित व्यवस्था अभी तक नहीं हो पाई। पीड़ित परिवार आज भी उसी फैक्ट्री के मलवे और वहां का रहन-सहन देखते हैं तो आज भी उनका दिल दहल उठता है। उनका आशियाना आज भी याद आता है, जिससे वह देखकर रो पड़ते हैं। इस पूरे 1 वर्ष होने पर हरदा विधायक डॉ रामकिशोर दोगने का कहना है कि हम पूरी तरह से पीड़ितों के साथ हैं। उनकी जो भी क्षति हुई है, उनको भरपाई की जाएगी। प्रशासन भी इसमें लगा हुआ है। अगर कहीं कोई सुनवाई नहीं होती है तो हम आगे धरना प्रदर्शन और न्याय के लिए लड़ेंगे।

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एनजीटी के आदेश पर 13 मृतकों के परिजनों को 1.95 करोड़ की राहत राशि प्रशासनिक स्तर पर दी जा चुकी है। शहर के बैरागढ़ में पटाखा फैक्ट्री विस्फोट दुर्घटना के कुल 13 मृतकों के परिजनों को 15-15 लाख के मान से कुल 1.95 करोड़ रूपये की राशि वितरित की जा चुकी है। राहत शिविर में निवासरत मकान क्षतिग्रस्त हुए पीड़ितों को 2 लाख रूपये के मान से 23 पीड़ितों को कुल 46 लाख रूपये की तात्कालिक सहायता प्रदान की गई है। कलेक्टर आदित्य सिंह ने बताया कि गत 6 फरवरी को घटना के तुरन्त बाद प्रधानमंत्री राहत कोष से 13 मृतकों के उत्तराधिकारियों को 2-2 लाख रूपये के मान से कुल 26 लाख रूपये की राशि हस्तांतरित कर दी गई थी तथा 1 गंभीर घायल को 50 हजार रूपये की सहायता राशि भी उसी समय दे दी गई थी।

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