नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा को एक के बाद एक झटका लग रहा है. शनिवार को पार्टी से दो सांसदों ने इस्तीफा दे दिया है. असम के तेजपुर से सांसद राम प्रसाद शर्मा और प्रयागराज से सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है.

राम प्रसाद शर्मा ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि पार्टी में नए घुसपैठियों के कारण पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है. शर्मा ने आरएसएस और विश्व हिन्दू परिषद के लिए 15 वर्ष और भाजपा में 29 वर्ष काम करने के बाद पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया है. वहीं प्रयागराज से सांसद श्यामाचरण गुप्ता ने भाजपा से इस्तीफा देकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं. समाजवादी पार्टी ने उन्हें बांदा से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है.

उधर उत्तराखंड से भी भाजपा को बड़ा झटका लगा है, पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी के पुत्र मनीष ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है. बीसी खंडूरी वर्तमान में पौड़ी से सांसद हैं. उनकी छवि ईमानदार नेता की रही है. चर्चा है कि कांग्रेस उन्हें पौड़ी से टिकट दे सकती है.

इन्होंने भी छोड़ी भाजपा

आपको बता दें इससे पहले कई भाजपा सांसदों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.

  • नवंबर 2018 में राजस्थान के दौसा से भाजपा सांसद हरीश चंद्र मीणा ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था.
  • मीणा की तरह ही बहराइट से भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था उन्होंने भी कांग्रेस का दामन थाम लिया है. फुले दलित वर्ग में काफी लोकप्रिय हैं.
  • लद्दाख से भाजपा सांसद थुपस्तान छवांग ने साल 2018 में पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
  • नाना पटोले ने 2017 में लोकसभा और पार्टी दोनों से इस्तीफा दे दिया था.