हेमंत शर्मा, रायपुर। सिलतरा स्थित ग्रीन पेट्रो फैक्ट्री में ब्लास्ट का मामले में आज जांच कमेटी ने घटनास्थल का मुआयना किया. जांच टीम के साथ फॉरेंसिक और फायर ब्रिगेड से जुड़े विशेषज्ञ भी फैक्ट्री गए हुए थे. टीम ने फैक्ट्री से सैम्पल कलेक्ट कर जांच के लिए एफएसएल भेजा है.

उरला सीएसपी पारुल अग्रवाल ने बताया कि ग्रीन पेट्रो में जो आग लगी थी, उसमें बहुत बड़ा खतरा टल गया था. उसकी जांच के लिए एसएसपी द्वारा एक टीम पिछले दिनों गठित की गई थी. ऑन स्पॉट हमने विजिट किया है.

हमारे साथ एफएसल और फायर के विशेषज्ञ भी गए थे. मौके पर जाकर देखने पर यह पता चला है कि वहा ऑयल की फिलिंग ऑयल टैंक से होती है. स्पॉट पर कुछ मजदूर थे. उन्होंने बताया कि फिलिंग हो रही थी तो आग की एक लपट उन्हें ऑयल टैंक से आती दिखी. उन्होंने रेत के थ्रू बुझाने का प्रयास किया था. इसके दो सोर्स हो सकते हैं या तो उनके सेक्शन पम्प से हो सकता है या ऑयल टैंकर डेशबोर्ड वायरिंग से हो सकता है.

दोनों के सैम्पल हमने कलेक्ट किये है. इसे एफएसल भेज दिया गया है. जांच रिपोर्ट आने के बाद निष्कर्ष पता चलेगा. कुछ डॉक्यूमेंट भी हमने इंड्रस्टी से मांगा है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि उनके द्वारा लापरवाही की गई है या नही.