दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में रायपुर रेलवे स्टेशन समेत अन्य स्टेशनों से अवैध वेंडरों के लगातार खबरें सामने आती है. लेकिन इन अवैध वेंडरों को संभवतः आरपीएफ इंस्पेक्टरों का वरदान है. यही कारण है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के आईजी को ये आदेश जारी करना पड़ा कि वे अगले 15 दिनों तक अवैध वेंडरों के खिलाफ ड्राईव चलाएं और रिपोर्ट सबमिट करें.

ये सब रायगढ़ में एक वेंडर द्वारा पेंट्रीकार के वेंडर को चाकू मारने के बाद हुआ है. यही कारण है कि अब आरपीएफ का पूरा अमला जाग गया है और अब अगले 15 दिनों तक आरपीएफ को न दिखने वाले वेंडर दिखने लगेंगे और पुनः 16 वें दिन से वो वेंडर गायब हो जाएंगे. बता दें कि आरपीएफ डीजी भी दौरे पर निकले है. वे 19 मई को खंडवा में रहेंगे.

ऐसे साठ-गाठ से होगी कार्रवाई

आरपीएफ के सूत्र बताते है कि अवैध वेंडरों का पूरा खेल बिना आरपीफ अधिकारियों के संरक्षण के संभव नहीं है. आरपीएफ अधिकारियों को पूरे तरीके से ये पता होता है कि किस सेक्शन में कौन अवैध वेंडर चलवाता है. यही कारण है कि अब जब आईजी ने आदेश जारी कर ड्राइव चलाने कहा है तो अधिकारी पुनः कागजों में कार्रवाई दिखाने के लिए इन्हीं वेंडरों से चंद केस करवाने कहते है, जिससे कागजों में ये बताया जा सके कि वे लगातार अवैध वेंडरों पर कार्रवाई कर रहे है.

आरपीएफ ने किया गिरफ्तार…

जानकारी के मुताबिक हावड़ा से चलकर अपने गंतव्य की ओर हावड़ा अहमदाबाद एक्सप्रेस ट्रेन जा रही थी. इस बीच पेंट्री कार में प्रबल प्रताप, रोहित गुप्ता भी अपना कार्य कर रहे थे. जहां वेंडर का कार्य करने वाले मोहम्मद इमरान पिता मोहम्मद अमीन उम्र 30 साल रायगढ़ रहवासी है. चना चटपटा की बिक्री कर रहा था, उक्त तीनों का आपस में किसी बात को लेकर विवाद हो गया जहां दोनों पक्ष समान बिक्री को लेकर लड़ने लगे. इसके बाद हाथापाई तक की नौबत आ गई और देखते ही देखते एक दूसरे पक्ष के बीच झारसुगुड़ा जामगांव के मध्य चाकू बाजी की घटना घटित हो गया. वही पेंट्री कार कर्मी प्रताप व रोहित ने इमरान की जमकर पिटाई कर दिए उसका समान तक फेंक दिए. इस बात की भनक जब ट्रेन के बोगी में मौजूद टीटीई को लगी तो उन्होंने सतर्कता बरतते हुए तत्काल आरपीएफ व जीआरपी पोस्ट को सूचित किया. तब तक पूरे बोगी में मारपीट व चाकूबाजी की घटना से हड़कंप मच गया था. बहरहाल ट्रेन में मरपीट की घटना के बाद जीआरपी पुलिस ने दोनों पक्षों पर सीआरपीसी 151 के तहत कानूनी कार्रवाई की है.