रोहित कश्यप, मुंगेली. मुंगेली में लापरवाह नगर पालिका व खाद्य विभाग के कर्मचारियों के द्वारा विगत 4 माह से एक दिव्यांग युवती को राशन कार्ड बनवाने के लिए विभाग के चक्कर काटने को मजबूर किया गया. लेकिन इनका राशन कार्ड बनाने के बजाय अधिकारी तारीख पर तारीख देते रहे. मीडिया के दखल के बाद दिव्यांग का राशन कार्ड बन सका.

मुंगेली नगर पालिका क्षेत्र निवासी गणेश पात्रे की बेटी प्रीति पात्रे दोनों आंखों से देख नहीं सकती, गरीबी तबके से आने वाली प्रीति राशन कार्ड की पात्रता रखने के बाद भी आवेदन देने के बाद चार महीने तक राशन कार्ड नहीं बन सका. विभाग के अधिकारी-कर्मचारी इन्हें एक दफ्तर से उस दफ्तर भेजते रहें. जिससे बेबस दिव्यांग मुंगेली के लापरवाह सिस्टम से थक हार गई थी. आखिरकार थक कर दिव्यांग अपने पिता के साथ कलेक्ट्रेट में सीधे कलेक्टर डोमन सिंह को अपनी समस्या बताई, तो कलेक्टर ने भृत्य के साथ खाद्य शाखा भेज दिया.

लेकिन जिला खाद्य विभाग कर्मचारियों की हिम्मत तो देखिए कलेक्टर के समस्या का निराकरण करने की बात भृत्य एवम पीड़ितों द्वारा बताए जाने के बाद भी इन्हें फिर से तारीख देकर चलता कर दिया. इस बीच मीडिया की दखल के बाद खाद्य विभाग के जिला अधिकारी राजेश जायसवाल हरकत में आए और कहा कि विभाग से कहीं त्रुटि हुई हैं, साथ ही दिव्यांग होने से प्रीति राशनकार्ड धारी की पात्रता भी रखती है. इनका राशन कार्ड बनाकर संबंधित विभाग को जल्द सुपुर्द किया जाएगा. इसके साथ ही खाद्य विभाग ने तत्काल आवश्यक फार्मेल्टिज पूरी की गई.