लखनऊ. होमगार्डों की ड्यूटी उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव के यहां लगाने के नाम पर करीब चार करोड़ रुपये की फर्जीवाड़े की बात सामने आई थी. इसी क्रम में मामले की जांच के लिए बनाई गई कमिटी ने घोटाले के मास्टरमाइंड निलंबित ब्लॉक ऑर्गनाइजर सुरेश कुमार सिंह के अलावा करीब 100 होमगार्डो को दोषी पाया है.
बता दें कि सुरेश के खिलाफ विभागीय जांच भी चल रही है. 30 से ज्यादा होमगाड़ों की ड्यूटी पर रोक लगाने के साथ उनके खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी है. डीजी होमगार्ड ने दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई और अपराध से कमाई गई संपत्तियों को जब्त करने के लिए लखनऊ के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखा है.
मिली जानकारी के मुताबिक, जांच में लखनऊ स्थित जिला कमांडेंट कार्यालय के BO ने मुख्य सचिव के स्टाफ के फर्जी साइन करके करीब 100 होमगाडों की ड्यूटी लगाने में फर्जीवाड़ा करने की पुष्टि हुई.
बताया गया कि ऑनलाइन इन होमगाडों की ड्यूटी तो मुख्य सचिव के यहां लगती थी, लेकिन इन्हें कहीं और ड्यूटी के लिए भेजकर दोनों जगह और से भुगतान ले लिया जाता था. जांच में सामने आया है कि 25 होमगार्ड ऐसे हैं. जिनके खातों में ड्यूटी का पैसा नहीं गया. कई होमगार्ड ऐसे हैं, जिनके खातों में दो से तीन बार पैसा भेजा गया.
वहीं, जून 2023 में घोटाला सामने आने के बाद डीजी होमगार्ड ने गोमतीनगर विस्तार थाने में आरोपितों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी. मामले की जांच के लिए डीआईजी पूर्वी परिक्षेत्र होमगार्ड संतोष कुमार सुचारी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित की गई थी. कमिटी में मंडलीय कमांडेंट झांसी पीयूष कांत और बरेली मंडलीय प्रशिक्षण केंद्र के कमांडेंट एसपी सिंह भी थे. समिति ने जनवरी 2017 से मई 2023 के बीच की ड्यूटी की जांच की.
बता दें कि इसमें करीब चार करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा सामने आया है. मास्टरमाइंड सुरेश ने होमगाड़ों के नाम से फर्जी यूजर आईडी बनाकर अटेंडेंस लगाने का खेल किया. जांच के दौरान कई ऐसी चिट्ठियां मिली है, जिनमें मुख्य सचिव के स्टाफ के फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे. जानकारी के मुताबिक लखनऊ के मंडलीय कमांडेंट संजय सिंह को विभागीय कार्यवाही से जुड़ी जांच दी गई है.
वहीं, इस घोटाले में बीओ सुरेश सिंह, होमगार्ड जयपाल सिंह, कृष्ण कुमार यादव, हरिनाम सिंह, बृजेश कुमार सिंह, मनीष कुमार मिश्रा, दिग्विजय सिंह, राधे लाल, गिरिजा शंकर, नेकराम, राजेश्वरी गौतम, कुंवर बहादुर, नरेंद्र कुमार, सुनील सिंह व अज्ञात होमगार्ड पर एफआईआर दर्ज की गई है.