सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। बोर्ड की ऑफ़लाइन परीक्षा को लेकर कहीं ख़ुशी कहीं ग़म की स्थिति देखने को मिल रही है. परीक्षा की तारीख से अनभिज्ञ बोर्ड के छात्र हेल्पलाइन नंबर पर अपनी व्यथा बयां कर रहे हैं. इन सवालों को सुनकर कभी हंसने के लिए, तो कभी चिंतन करने पर मजबूर कर देती है.

मार्च के प्रथम सप्ताह से दसवीं एवं बारहवीं बोर्ड की परीक्षा है, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि बीहड़ क्षेत्र के विद्यार्थियों को ऑनलाइन पढ़ाई तो दूर बोर्ड की परीक्षा कब से शुरू हो रही है, कब-कब कौन सा पेपर है, इसकी जानकारी तक नहीं है. इस बात  का खुलासा तब हुआ जब लल्लूराम डॉट कॉम की टीम माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा स्थापित हेल्पलाइन सेंटर में पहुँची.

हेल्पलाइन सेंटर में कॉल कर विद्यार्थी ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि स्कूल खुला ही नहीं है, ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हुई है, पाठ्यक्रम की जानकारी नहीं है. ऑफ़लाइन परीक्षा होने की बात कही जा रही है, क्या यह सही हैं? कब से होगी परीक्षा? इस सवाल का जवाब देते हुए हेल्पलाइन डेस्क में बैठी काउंसलर ने छात्र की चिंता को दूर करने की कोशिश करते हुए बताया कि पाठ्यक्रम का ब्लूप्रिंट कहाँ से मिलेगा और परीक्षा का समय सारणी कहाँ अपलोड है.

काउंसलर देव अर्चना रॉय बताती हैं कि परीक्षा को लेकर विद्यार्थियों के मन में भय है, भयभीत हैं, डर रहे हैं. हर दूसरे-तीसरे विद्यार्थी का सवाल होता है कि हम कैसे परीक्षा दें, पढ़ाई हुई नहीं है. ऐसे स्थिति में विद्यार्थियों की मन के भय को ख़त्म करने के लिए उनको समझाया जा रहा है, और उनके सवालों के आधार पर उनको बताया भी जा रहा है कि कैसे तैयारी करें, पाठ्यक्रम क्या है. मनोबल बढ़ाने की कोशिश की जा रही है.

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सहायक प्राध्यापक अल्का दानी ने बताया कि जो विद्यार्थी साल भर मेहनत किए हैं उन्होंने ऑफ़लाइन परीक्षा का स्वागत करते हुए कहते हैं कि हमने मेहनत की है. ऑनलाइन परीक्षा में जिन्होंने पढ़ाई नहीं भी की है, उनके बराबर हमारी मेहनत हो जाती है. इसलिए ऑफ़लाइन परीक्षा ज़्यादा अच्छा है. माध्यमिक शिक्षा मंडल उप सचिव जेके अग्रवाल ने बताया है कि विद्यार्थी अब भी यही पूछ रहे हैं कि परीक्षा ऑनलाइन होगी या ऑफ़लाइन. इसके साथ ही कई तरह के तर्क देने से नहीं चूक रहे हैं.