Bok Choy: आजकल बड़े रेस्टोरेंट, होटलों और फाइव-स्टार कैफे में बोक चॉय की मांग तेजी से बढ़ रही है। इसे स्टिर-फ्राई, सूप, नूडल्स और सलाद में इस्तेमाल किया जाता है। यदि किसान इसकी व्यावसायिक खेती करें, तो वे हाई-एंड मार्केट, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और डायरेक्ट सप्लाई से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

बोक चॉय, जिसे पक चोई (Pak Choi) या चीनी पत्ता गोभी भी कहा जाता है, एक तेजी से बढ़ने वाली हरी पत्तेदार सब्जी है। यह रेस्टोरेंट, होटल और शहरी बाजारों में काफी लोकप्रिय हो रही है। यदि सही तकनीकों का पालन किया जाए, तो इसकी खेती से अच्छा लाभ कमाया जा सकता है। बढ़ती मांग और उच्च बाजार मूल्य के कारण बोक चॉय की खेती किसानों के लिए एक लाभकारी व्यवसाय साबित हो सकती है। यदि इसे स्मार्ट तरीके से उगाया जाए और सही मार्केटिंग रणनीति अपनाई जाए, तो यह एक सफल कृषि व्यवसाय बन सकता है।

जलवायु और मिट्टी की आवश्यकताएँ (Bok Choy)

  • बोक चॉय ठंडी और समशीतोष्ण जलवायु में सबसे अच्छी तरह बढ़ता है।
  • आदर्श तापमान: 15-25°C।
  • मिट्टी: हल्की दोमट या बलुई दोमट मिट्टी, जिसमें अच्छी जल निकासी हो।

बुवाई का समय

  • मैदानी इलाकों में: अक्टूबर से फरवरी।
  • पर्वतीय और ठंडे इलाकों में: मार्च से जून।
  • ग्रीनहाउस में: सालभर खेती संभव।

फसल की देखभाल और रोग नियंत्रण (Bok Choy)

  • खरपतवार नियंत्रण के लिए समय-समय पर गुड़ाई करें।
  • फसल को रोगों से बचाने के लिए बायोपेस्टिसाइड्स और कॉपर फंगीसाइड का प्रयोग करें।

फसल कटाई और उत्पादन

  • फसल तैयार होने की अवधि: 30-45 दिन।
  • उत्पादन क्षमता: औसतन 120-150 क्विंटल प्रति हेक्टेयर।
  • बाजार मूल्य: बोक चॉय का एक फल बाजार में 120 रुपए तक बिक सकता है।

बिक्री बढ़ाने के लिए टिप्स (Bok Choy)

  • ऑर्गेनिक सर्टिफिकेशन प्राप्त करें, जिससे उत्पाद का मूल्य बढ़ जाता है।
  • सोशल मीडिया (Facebook, Instagram, WhatsApp Business) पर अपनी उपज का प्रचार करें।
  • लोकल रेस्टोरेंट और होटल के शेफ से संपर्क करें, क्योंकि वे ताजी सब्जियां खरीदना पसंद करते हैं।