
Gemstone: माणिक सूर्य ग्रह का प्रभारशाली रत्न माना जाता है. इसे ज्योतिष शास्त्र में सूर्य की ऊर्जा को बढ़ाने के लिए पहना जाता है. आमतौर पर इसे सोने या तांबे की अंगूठी में बनवाकर रविवार के दिन, विशेष रूप से सुबह सूर्य उदय के समय, दाहिने हाथ की अनामिका (रिंग फिंगर) में धारण किया जाता है.
अगर आप माणिक धारण करना चाहते हैं, तो पहले अपनी कुंडली किसी अनुभवी ज्योतिषी से दिखा लें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह आपके लिए शुभ रहेगा. यदि आपकी कुंडली में सूर्य कमजोर या अशुभ स्थिति में है, तो माणिक पहनना लाभकारी हो सकता है.
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माणिक धारण करने के फायदे
- आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता बढ़ाता है
- सकारात्मक ऊर्जा और उत्साह प्रदान करता है
- व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाता है
- आंखों, हड्डियों और हृदय स्वास्थ्य में लाभकारी
- सूर्य से जुड़े दोषों को कम करता है
Gemstone: माणिक धारण करने से पहले ध्यान रखें
- इसे धारण करने से पहले किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह लेनी चाहिए.
- सभी राशियों के लिए यह अनुकूल नहीं होता, खासकर तुला, मकर और कुंभ राशि वालों को सतर्क रहना चाहिए.
- असली और उच्च गुणवत्ता वाला माणिक ही धारण करना चाहिए.
- इसे पहनने से पहले गंगाजल और कच्चे दूध से शुद्ध करके सूर्य मंत्र (ऊँ घृणि सूर्याय नमः) का जाप करना चाहिए.
माणिक धारण करने की सही विधि
- धातु: माणिक को सोने या तांबे की अंगूठी में जड़वाएं.
- कैरेट: कम से कम 5 से 7 कैरेट (रत्ती) का प्राकृतिक और असली माणिक पहनना चाहिए.
- दिन: इसे रविवार के दिन सुबह सूर्य उदय के समय पहनें.
- मंत्र: पहनने से पहले इसे गंगाजल और कच्चे दूध में डुबोकर शुद्ध करें, फिर इस मंत्र का 108 बार जाप करें:
“ॐ घृणिः सूर्याय नमः” - उंगली: इसे दाहिने हाथ की अनामिका (रिंग फिंगर) में पहनें.
- परिणाम: नियमित रूप से पहनने के बाद आपको आत्मविश्वास, स्वास्थ्य और मान-सम्मान में वृद्धि महसूस हो सकती है.
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