पेरिस. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पेरिस में कहा कि भारत में लोकतांत्रिक ढांचे को बचाए रखने की लड़ाई जारी है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, संविधान में लिखा है- इंडिया जो भारत है…. दोनों नाम में कोई समस्या नहीं है और दोनों पूर्णत स्वीकार्य हैं. लेकिन सरकार ‘अजीब तरीके’ से काम कर रही है, क्योंकि उसे विपक्षी दलों के गठबंधन के नाम से चिढ़ है.

राहुल गांधी ने शनिवार को एक विश्वविद्यालय में ‘भारत जोड़ो यात्रा’, विपक्षी दलों के गठबंधन द्वारा भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को बचाने की लड़ाई, बदलती वैश्विक व्यवस्था और अन्य प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की. कांग्रेस नेता ने छात्रों और शिक्षाविदों के साथ बातचीत के दौरान भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी किसी कीमत पर सत्ता हासिल करना चाहती है. भाजपा जो करती है, उसमें हिंदू धर्म जैसा कुछ भी नहीं है. राहुल ने कहा कि मैंने हिंदू धर्म से जुड़ी किसी किताब में नहीं पढ़ा कि अपने से कमजोर को आतंकित करना चाहिए. हिंदू राष्ट्रवाद, ये गलत शब्द है. कांग्रेस नेता ने कानूनी मामलों की ओर इशारा करते हुए कहा कि भारतीय इतिहास में यह पहली बार हुआ कि किसी को आपराधिक मानहानि के लिए अधिकतम सजा दी गई.

पेरिस. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पेरिस में कहा कि भारत में लोकतांत्रिक ढांचे को बचाए रखने की लड़ाई जारी है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, संविधान में लिखा है- इंडिया जो भारत है…. दोनों नाम में कोई समस्या नहीं है और दोनों पूर्णत स्वीकार्य हैं. लेकिन सरकार ‘अजीब तरीके’ से काम कर रही है, क्योंकि उसे विपक्षी दलों के गठबंधन के नाम से चिढ़ है.

राहुल गांधी ने शनिवार को एक विश्वविद्यालय में ‘भारत जोड़ो यात्रा’, विपक्षी दलों के गठबंधन द्वारा भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को बचाने की लड़ाई, बदलती वैश्विक व्यवस्था और अन्य प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की. कांग्रेस नेता ने छात्रों और शिक्षाविदों के साथ बातचीत के दौरान भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सत्ताधारी पार्टी किसी कीमत पर सत्ता हासिल करना चाहती है. भाजपा जो करती है, उसमें हिंदू धर्म जैसा कुछ भी नहीं है. राहुल ने कहा कि मैंने हिंदू धर्म से जुड़ी किसी किताब में नहीं पढ़ा कि अपने से कमजोर को आतंकित करना चाहिए. हिंदू राष्ट्रवाद, ये गलत शब्द है. कांग्रेस नेता ने कानूनी मामलों की ओर इशारा करते हुए कहा कि भारतीय इतिहास में यह पहली बार हुआ कि किसी को आपराधिक मानहानि के लिए अधिकतम सजा दी गई.