नई दिल्ली. ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन (Lovlina Borgohain) ने अपने लिए नया लक्ष्य निर्धारित किया है. इस भारतीय महिला मुक्केबाज (Indian Women Boxers) ने अधिक वजन वर्ग में खेलने का निर्णय किया है. वह 15 मार्च से दिल्ली में शुरू होने वाली आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप (IBA Women’s World Boxing Championship) के 75 किग्रा वजन वर्ग में हिस्सा लेंगी.

Lovlina Borgohain ने पिछली दो विश्व चैंपियनशिप 2018 और 2019 में 69 किग्रा वजन वर्ग में तीसरे स्थान पर रहते हुए कांस्य पदक जीता था. असम की 25 वर्षीय मुक्केबाज ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में भी इसी वजन वर्ग में तीसरा स्थान हासिल किया था. लवलीना को पूरा भरोसा है कि अधिक वजन वर्ग में खेलने से उन्हें विश्व चैंपियनशिप से किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक (gold medal) नहीं जीत पाने के मिथक को तोड़ने में मदद मिलेगी.

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इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में भारत की शीर्ष मुक्केबाज निकहत जरीन का ध्यान भी अपना स्वर्ण पदक बरकरार रखने पर होगा जबकि लवलीना भी शीर्ष स्थान हासिल नहीं कर पाने का मिथक तोड़ना चाहेंगी. अब तक किसी बड़े टूर्नामेंट में स्वर्णिम सफलता हासिल करने में नाकाम रही लवलीना को लेकर लोगों ने कहना शुरू कर दिया कि यह प्रतिभाशाली मुक्केबाज अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर रहीं. लेकिन मुक्केबाज ने इससे इनकार किया और कहा कि उनकी प्रतिबद्धता हमेशा रिंग में अपना शत प्रतिशत देने की होती है.

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Lovlina Borgohain ने अपने सभी तीनों कांस्य पदक (Bronze medal) 69 किग्रा में जीते हैं लेकिन वह आगामी चैंपियनशिप में 75 किग्रा में हिस्सा लेंगी. उन्होंने कहा कि हां, स्वर्ण पदक नहीं जीतने वाली बात मेरे दिमाग में भी चल रहा है, लेकिन मैं इस बार पदक का रंग बदलने के लिए बेकरार हूं. मेरा प्रयास हमेशा स्वर्ण पदक के लिए खेलने का है और इस बार भी कुछ अलग नहीं होगा. तैयारियां अच्छी चल रही हैं और मैं उम्मीद करती हूं कि मैं घरेलू जमीं पर इस मिथक को तोड़ सकती हूं. मेरा ध्यान सिर्फ इसी पर लगा है कि मैं कितना अच्छा प्रदर्शन कर सकती हूं.