सुरेंद्र जैन,धरसींवा. कई गांवों  में हाईस्कूल नहीं होने के चलते छात्राओं को दूसरे गांव पढ़ाई करने जाना पड़ता है. इस दौरान इन्हे कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.  कुछ इसी तरह धरसींवा जनपद क्षेत्र के चिखली गांव की छात्राओं को करीब चार किलोमीटर सांकरा गांव जाना पड़ता है. इस दौरान छात्रों को कई बार शार्मिंदा होना पड़ता है,क्योंकि आते जाते समय यहां कुछ मनचले इन से सरेआम छेड़छाड़ करते हैं,कई बार गंदे कमेंट भी करते हैं. बीते दिन तो हद ही हो गई जब एक आरोपी ने नाबालिग के साथ छेड़छाड़ किया था. इसके बाद इसकी नामजद शिकायत पुलिस से की गई है,लेकिन पुलिस ने अब तक इस मामले में क्या किया इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है. परंतु इस घटना ने पालकों को और चिंता में डाल रखा है.

सुनसान सड़कें का उठाते हैं फायदा…

वहीं गांव के किसान एक रोशनपुरी गोस्वामी ने बताया कि गांव में सिर्फ प्राथमिक शाला ही है. इसलिए यहां की छात्राओं को माध्यमिक एवं हाईस्कूल की पढ़ाई करने पड़ोसी गांव सांकरा जाना पड़ता है. उसने बताया कि जिन रास्तों से छात्रों को गुजरना पड़ता है वे सुनसान रहते हैं. ऐसे में पालकों को भी अपनी बच्चियों की चिंता सताती रहती है.

रोशनपुरी ने साफ कहा है कि नाबालिग छात्राओं की सुरक्षा को लेकर प्रशासन गम्भीर नज़र नही आ रहा है. यदि कोई भी अप्रिय घटना होती है तो इसके लिए वह शासन-प्रशासन को जिम्मेदार होंगे.

इतना ही नहीं ग्रामीणों ने मांग की है कि चीखली सहित क्षेत्र के वह गांव जहां सिर्फ प्राथमिक शालाएं हैं, उन्नयन किया जाना चाहिए, गांव में स्कूल न होने से कई बच्चियां आगे पढ़ाई नहीं कर पातीं तो वहीं जो दूरस्थ गांव तक पढ़ाई करने जाती हैं उन्हें छेड़छाड़ का शिकार होना पड़ता है.