राजनांदगांव. मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज जिले के टेडेसरा गांव में बी.पी.ओ. (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) केन्द्र ‘आरोहण’ का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज राजनांदगांव जिले के लिए ऐतिहासिक दिन है, जब जिले के युवाओं को अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण बी.पी.ओ. की सौगात मिल रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा – बी.पी.ओ. के माध्यम से छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए रोजगार के नए दरवाजे खुल रहे हैं। पहले ऐसे बी.पी.ओ. की कल्पना महानगरों में ही की जा सकती थी। अब छोटे शहरों में भी इसका संचालन होने लगा है। उन्होंने कहा कि बी.पी.ओ. में काम करने के लिए अब जिले के युवाओं को बेंगलुरु, मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं है। उनका बी.पी.ओ. में काम करने का सपना राजनांदगांव में ही पूरा हो रहा है।

आरोहण बी.पी.ओ. के दस हजार वर्गफीट के कैंपस में अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। प्रारंभिक तौर पर यहां तीन सौ युवाओं को रोजगार मिला है। क्रमशः पांच सौ और एक हजार युवाओं को इस बी.पी.ओ. में रोजगार मिलेगा।    डॉ. सिंह ने कहा कि इस बी.पी.ओ. के माध्यम से युवाओं के लिए रोजगार के नए दरवाजे खुल रहे हैं।

आरोहण का अर्थ आगे बढ़ना है। यहां मिलने वाले व्यावहारिक कार्य अनुभव से युवा अपनी क्षमता का विस्तार करने का प्रयास करें। राज्य सरकार इस बी.पी.ओ. की राष्ट्रीय स्तर पर  पहचान बनाने के लिए हर संभव सहयोग देगी। बी.पी.ओ. में काम करने वाले युवाओं को स्पोकन इंग्लिश का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। बी.पी.ओ. में युवाओं को वैश्विक स्तर पर काम करने का अनुभव मिलेगा। युवाओं की क्षमता बढऩे के साथ राजनांदगांव में दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियां आएंगीं और युवाओं को रोजगार के और भी बेहतर अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में बड़ी कंपनियों को राजनांदगांव आमंत्रित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बी.पी.ओ. की शुरूआत कनाडा की बहुराष्ट्रीय कंपनी के सहयोग से की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस कंपनी के सीईओ डॉ. श्रीनुबाबू गेदेला से उनकी नईदिल्ली में मुलाकात हुई थी और उन्होंने गेदेला को छत्तीसगढ़ आमंत्रित किया था। श्री गेदेला के संबंध में डॉ. सिंह ने बताया कि वे एक छोटे से गांव से निकलकर आज मल्टीनेशनल कंपनी के सीईओ हैं। उन्होंने युवाओं से भी कहा कि वे भी अपनी क्षमता और योग्यता बढ़ाकर किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
डॉ. रमन सिंह ने कहा कि बस्तर संभाग के दूरस्थ जिलों दंतेवाड़ा और बीजापुर में भी बी.पी.ओ. के माध्यम से स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं.