पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को तारामंडल पहुंचे थे जहां उन्होंने एक उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। जैसे ही सीएम कार्यक्रम से बाहर निकले, उसी समय BPSC असिस्टेंट इंजीनियर भर्ती के अभ्यर्थियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। हाथों में मांग पत्र लिए बड़ी संख्या में युवाओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। इनमें महिलाओं की संख्या भी काफी अधिक थी। हालांकि सुरक्षा कारणों से मुख्यमंत्री का काफिला बिना रुके आगे बढ़ गया।
इस लिए अभ्यर्थियों का विरोध
अभ्यर्थियों ने बताया कि वे लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आयोग और सरकार से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। उनका आरोप है कि असिस्टेंट इंजीनियर भर्ती में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वालों को अतिरिक्त वेटेज अंक दिया जा रहा है जिससे नए और नियमित उम्मीदवारों के लिए चयनित होना बेहद कठिन हो गया है। छात्रों ने कहा कि यह व्यवस्था सीधी नाइंसाफी है और सरकार को इस नीति को तुरंत वापस लेना चाहिए।
रोते हुए बोलीं महिला अभ्यर्थी
प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों कहा कि दो साल से हम लोग भटक रहे हैं। रिश्तेदार और पड़ोसी ताने देते हैं। चार साल से घर नहीं गई हूं। कसम खाकर निकली थी कि कुछ बनकर ही लौटूंगी। घर वाले शादी के लिए दबाव डालते हैं, लेकिन इतना पढ़-लिखकर हार कैसे मान लूं। अब तो इतने आंसू बहाए हैं कि सूख चुके हैं। उसने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि वे महिलाओं के बारे में सोचने वाले नेता हैं, और वह उनसे सिर्फ एक बार मिलना चाहती हैं।
डीएम ने दिया भरोसा
हालात बिगड़ते देख सुरक्षाकर्मी और प्रशासन मौके पर पहुंचे। गुस्साए अभ्यर्थी लगातार नारेबाजी करते हुए सीएम की गाड़ी की ओर हाथ हिलाते रहे। बाद में खुद डीएम त्यागराजन छात्रों के बीच पहुंचे और उन्हें भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि उनकी बातों को गंभीरता से सुना जाएगा और बीपीएससी के सामने पूरा मामला रखा जाएगा।
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