कुंदन कुमार, पटना. BPSC 70TH EXAM: बीपीएससी 70वीं पेपर के दौरान पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर हुए बवाल को लेकर बीपीएससी आयोग के अध्यक्ष रवि मनु भाई परमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा बयान दिया है. बीपीएससी चेयरमैन ने बताया कि, पटना जिला स्थित बापू सभागार परीक्षा केंद्र में 12,000 अभ्यर्थी थे. उसमें से साढ़े पांच हजार हजार अभ्यर्थियों के द्वारा परीक्षा दी गई है, जिनके ओएमआर शीट हमें प्राप्त हो गई है.

उन्होंने बताया कि, इनमें से कुछ अभ्यर्थियों के द्वारा दो मुख्य ऑब्जेक्शन किए गए हैं. जिनमें प्रश्न पत्र वायरल होना और दूसरा प्रश्न पत्र के विलंब होने का सवाल था. प्रश्न पत्र टीएस बैग में उपलब्ध कराए जाते हैं. अभ्यर्थियों ने अपने सामने बॉक्स खोलने की बात कही जबकि आयोग का स्पष्ट निर्देश है कि किसी एक कमरे में बैग को खोलना होगा.

विलंब होने पर मिलता है पर्याप्त समय- बीपीएससी

छात्रों के देरी से प्रश्न पत्र मिलने की बात पर आयोग ने कहा कि, किसी भी कारण से प्रश्न पत्र मिलने में विलंब होता है तो उन्हें पर्याप्त वक्त मुहैया कराया जाएगा. आयोग ने छात्रों को स्पष्ट किया है कि आयोग पूरी तरीके से इसकी जांच करेगा. सभी केंद्रों पर सीसीटीवी लगे हुए हैं. वहां सेंटर सुपरिंटेंडेंट, मजिस्ट्रेट और उन अधिकारियों के प्रतिवेदन को देखते हुए आयोग निर्णय लेगा कि वहां विलंब हुआ है या नहीं ?

बीपीएससी चेयरमैन ने बताया कि, कुछ छात्रों के द्वारा उपद्रव करते हुए गेट के बाहर प्रश्न पत्र को फेंका गया. कुछ छात्रों का यह कहना कि उनको प्रश्न पत्र नहीं मिला है, तो इसका निराकरण सीसीटीवी फुटेज और प्रतिवेदन के बाद होगा. उन्होंने कहा कि, उदंडी छात्रों ने कानून को हाथ में लिया है. टीएस बैग के बारे में भ्रांति फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी.

दोषी अभ्यर्थियों की जांच करेगी पुलिस

बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि, हमारे पास सीसीटीवी फुटेज है. सीसीटीवी फुटेज को देखा जाएगा और जिन्होंने कानून को हाथ में लिया है और जिन्होंने कोशिश की है उनके खिलाफ पुलिस जांच करेगी. आयोग अध्यक्ष ने कहा कि, पटना के जिला अधिकारी ने जो बातें कही है उस पर आयोग विचार करेगा सेंटर सुपरिंटेंडेंट के साथ पटना के डीएम की बातों पर भी आयोग जांच करेगा.

ये भी पढ़ें- ‘सम्राट चौधरी को…लालू यादव ने पैदा किया’, शिक्षा मंत्री के गढ़ में राजद विधायक राजेश सिंह कुशवाहा ने डिप्टी सीएम पर बोला बड़ा हमला