दिल्ली. मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के साथ-साथ मिजोरम और तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव परिणाम में भाजपा की हार का असर उत्तर प्रदेश की भाजपा में भी दिखाई दिया।
इन राज्यों में प्रदेश की भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर दोनों उपमुख्यमंत्री डा दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद शर्मा समेत एक दर्जन मंत्री चुनाव में लगे रहे। साथ ही दो दर्जन विधायक पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, मीडिया विभाग लगा रहा लेकिन उन सबकी मेहनत रंग न ला सकी।
भाजपा के बड़े पदाधिकारी राजस्थान में जीत को लेकर संशय में थे, लेकिन मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अपनी जीत के प्रति निश्चिन्त थे। उन्हें छत्तीसगढ़ में पार्टी के प्रदर्शन पर तो झटका लगा, लेकिन राजस्थान में उम्मीद से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन पर राहत की सांस ले रहे हैं। पदाधिकारियों का कहना था कि ये हार राज्य सरकारों के कामकाज और 15-15 सालों से चल रही सरकार के खिलाफ लोगों की बदलाव की चाहत के कारण हुई है। इसका असर 2019 के लोकसभा चुनावों पर नहीं पड़ेगा। अब बदली हुई रणनीति के तहत पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारियां करेगी।