कटनी। बहादुर बेटी अर्चना केंवट को सोमवार को एक दिन के लिए कलेक्टर बनाया गया। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने उन्हें सांकेतिक कलेक्टर बनाने का निर्णय लिया। कलेक्टर बनी अर्चना केंवट ने सभी विभागों की टीएल बैठक लेकर कामकाज की समीक्षा की।

सांकेतिक कलेक्टर बनी अर्चना केवट को लेने कलेक्ट्रेट से वाहन उनके घर गया। कलेक्ट्रेट गेट पर पहुंचते ही महिला बाल विकास अधिकारी नयन सिंह ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इसके बाद अर्चना ने कलेक्टर कार्यालय में पदभार संभाला और दिन भर के कार्यक्रमों का शेड्यूल जाना।

जिला कार्यक्रम अधिकारी ने महिला एवं बाल विकास विभाग में होने वाली समीक्षा बैठक एवं आयोजनों की जानकारी दी। इसके बाद 1 दिन की कलेक्टर अर्चना केवट जिला पंचायत सभागार में पहुंची वहां पर उन्होंने विभाग की समीक्षा बैठक की। आंगनबाड़ियों में खाली पड़े पदों की भर्ती करने सहित कुपोषण को दूर करने के लिए और विशेष पहल करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए।

वहीं सांकेतिक कलेक्टर अर्चना केंवट निर्धारित प्रोटोकॉल के तहत कटनी बस स्टैंड ऑडिटोरियम पहुंची। जहां पर महिला बाल विकास के द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का कार्यक्रम का आयोजन कराया जा रहा था, उसी दौरान महिला बाल विकास अधिकारी के द्वारा अर्चना को एक दिन का महिला बाल विकास अधिकारी बनाए जाने की घोषणा की गई।

आपको बता दें अर्चना केंवट ने रास्ते में छेड़छाड़ कर रहे मनचलों से दो नाबालिग लड़कियों को बचाया था और बदमाशों को पुलिस के हवाले कर दिया था। कटनी के दौरे में आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जब बहादुर बेटी अर्चना की बहादुरी की जानकारी हुई तो वे उसके मुरीद हो गए और उन्होंने अर्चना केंवट को सम्मानित किया था।