ब्रासीलिया। ब्राजील में सत्ता परिवर्तन का लोकतांत्रिक तरीका पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थक को रास नहीं आ रहा है. नए राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डी सिल्वा के शपथ लेने के खिलाफ बोलसोनारो समर्थक राजधानी ब्रासीलिया में हिंसक विरोध-प्रदर्शन पर उतर आए हैं. यहां तक कि सैकड़ों प्रदर्शनकारी ब्राजील कांग्रेस (संसद भवन), राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में घुस गए. पुलिस ने करीब 400 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है.

ब्राजील में अक्टूबर में चुनाव हुए थे. इन चुनावों में जहां एक ओर बोलसोनारो को हार मिली थी,वहीं दूसरी ओर लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा के नेतृत्व में वामपंथी पार्टी ने फिर से जीत हासिल की थी. लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने तीसरी बार ब्राजील के राष्ट्रपति पद की शपथ ली. लेकिन इसके बाद बोलसोनारो के समर्थकों ने चुनाव के नतीजे मानने से इंकार करते हुए सड़कों पर इकट्ठा हो गए.

रविवार को सुरक्षा घेरा तोड़कर बोलसोनारो समर्थक संसद भवन, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट में घुस गए और जमकर उत्पात मचाया. प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन के दरवाजे और खिड़कियां तोड़ दीं. इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 400 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है. ब्रासीलिया के गवर्नर इवानिस रोचा ने घटना को आतंकी कृत्य बताते हुए कहा कि प्रदर्शनकारियों को अपने अपराधों के लिए सजा भुगतनी पड़ेगी.

अमेरिका के राष्ट्रपति ने की आलोचना

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो के समर्थकों द्वारा देश में अफरा-तफरी फैलाए जाने की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैं ब्राजील में लोकतंत्र और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण पर हमले की निंदा करता हूं. ब्राजील की लोकतांत्रिक संस्थाओं को हमारा पूरा समर्थन प्राप्त है, और ब्राजील के लोगों की इच्छा को कमजोर नहीं किया जाना चाहिए. मैं राष्ट्रपति लूला के साथ काम जारी रखने के लिए उत्सुक हूं.