शब्बीर अहमद,भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार पर आज फिलहाल टल गया है. बुधवार की देर रात और गुरुवार सुबह तक सीएम शिवराज, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बीच कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा हुई. लेकिन नामों पर सहमति नहीं बन पाई. मुख्यमंत्री शिवराज भी छिंदवाड़ा और बैतूल जिले के दौरे पर निकल गए हैं, बैतूल में ही रात्रि विश्राम करेंगे. हालांकि रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला और बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन का मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है. जबकि कुछ और नामों पर चर्चा चल रही है.
नामों को लेकर मंथन जारी
दरअसल शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर देर रात सीएम हाउस में बैठक तक हुई. इसमें नामों को लेकर सहमति नहीं बन पाई थी. कुछ नाम पर पेंच फंसा है. इस मीटिंग में मुख्यमंत्री शिवराज, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय, बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, हितानंद शर्मा मौजूद रहे. गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री निवास पर फिर बड़े नेताओं की बैठक हुई. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चा हुई. जिसमें दो नाम लगभग तय, लेकिन दो नामों पर लगातार मंथन किया गया.
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आज मंत्रिमंडल का नहीं होगा विस्तार
आज फिर मंत्री पद के लिए विधायकों के नामों पर सहमति नहीं बनने पर सीएम हाउस से मुख्यमंत्री शिवराज स्टेट हैंगर के लिए रवाना हो गए. मुख्यमंत्री शिवराज छिंदवाड़ा और बैतूल जिले दौरे के दौरे पर हैं. बैतूल में ही रात्रि विश्राम करेंगे. ऐसे में मंत्रिमंडल विस्तरों की अटकलों पर फिलहाल विराम लग गया है. आज मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होगा.
दो नाम लगभग तय
वहीं मंत्रिमंडल विस्तार अटकलों के बीच बीजेपी विधायक राहुल लोधी देर रात अपने समर्थकों के साथ भोपाल पहुंच गए थे. बता दें कि मंत्री पद के लिए रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल, बालाघाट विधायक गौरीशंकर बिसेन के साथ राहुल लोधी का नाम भी दौड़ में सबसे आगे हैं. मंत्रिमंडल में लोधी वर्ग के प्रतिनिधि को जगह दी जानी है. दलित या आदिवासी वर्ग से भी एक मंत्री बनाने पर मंथन चल रहा है.
राजेन्द्र शुक्ला और गौरीशंकर को भोपाल में रुकने के निर्देश
पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन के निवास पर समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है. गौरीशंकर बिसेन का कहना है कि हमें तो भोपाल में ही रुकने के निर्देश मिले हैं. मुख्यमंत्री की व्यस्तताओं के चलते शायद कुछ देरी हो रही है. राजेन्द्र शुक्ला और मुझे भोपाल में ही रुकने के निर्देश मिले हैं. पूरे क्षेत्र से बड़ी संख्या में समर्थक उनके निवास पहुंचे हैं. मंत्री राम किशोर कावरे भी गौरीशंकर बिसेन के निवास पहुंचे हैं.
राजेंद्र शुक्ला कौन हैं ?
राजेंद्र शुक्ला का जन्म रीवा में 1964 को हुआ था. वो 1986 में सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष बने थे. फिर उन्होंने 2003 में विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़कर राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल हुए. राजेन्द्र शुक्ल साल 2008 और 2013 में फिर विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए. 2013 में केबिनेट मंत्री के रूप में शपथ भी ली थी. 2018 में भी उन्होंने जीत हासिक की.
कौन हैं गौरीशंकर बिसेन ?
गौरीशंकर चतुर्भुज बिसेन का जन्म 01 जनवरी 1952 को बालाघाट में हुआ था. सात बार विधायक और दो बार सांसद का चुनाव जीता हैं. अभी वो पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष हैं. पहली बार 1985 में गौरीशंकर बिसेन बालाघाट विधानसभा से विधायक चुने गए. 1990 में फिर से निर्वाचित हुए. 1993 उन्होंने बालाघाट से लगातार तीसरी जीत दर्ज की. 1998 में उनकी पत्नी रेखा गौरीशंकर बिसेन चुनाव लड़ी और हार गईं. जबकि गौरीशंकर बालाघाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से 12 वें लोकसभा सदस्य चुने गए. 2003 में गौरीशंकर बिसेन ने फिर से अपनी सीट पर वापसी की और जीत हासिल की. 2008, 2013, 2018 में भी वो विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए.
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