रायपुर- महासमुंद विधायक विमल चोपड़ा से मारपीट मामले में आईपीएस उदय किरण पर बड़ी कार्रवाई के संकेत हैं. उच्च पदस्थ सूत्र इस बात की तस्दीक करते हैं कि सरकार आईपीएस के रवैये को लेकर बेहद नाराज है. खबर ये भी है कि सरकार के ज्यादातर मंत्रियों ने भी विधायक से मारपीट की घटना को बेहद गंभीर माना है. मंत्रियों की दलील है कि इस मामले में उचित कार्रवाई किए जाने की जरूरत है.
गौरतलब है कि पिछले दिनों खेल मैदान से शुरू हुए विवाद ने उग्र रूप ले लिया था. विधायक विमल चोपड़ा ने एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग को लेकर अपने समर्थकों का साथ थाने का घेराव कर दिया था. मामले की विवेचना कर एफआईआर दर्ज किए जाने के पुलिस के आश्वासन के बाद भी विधायक समर्थकों समेत थाने में डटे रहे. बढ़ते विवाद के बीच पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. सोशल मीडिया पर जारी वीडियो फुटेज में आईपीएस उदय किरण खुद लाठी लेकर धरने पर बैठे लोगों को पीटते नजर आए थे. लाठीचार्ज के दौरान विधायक विमल चोपड़ा भी गंभीर रूप से चोटिल हुए थे.
पिछले दिनों विमल चोपड़ा ने मंत्री प्रेमप्रकाश पांडेय समेत अन्य लोगों के साथ मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए चोपड़ा ने कहा था कि आईपीएस का मानसिक संतुलन ठीक नहीं हैं. इसकी जांच कराई जानी चाहिए. विधायक ने मुख्यमंत्री से इस पूरे मामले में हस्तक्षेप करते हुए कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की थी.
चोपड़ा की शिकायत के बाद ही मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री अजय चंद्राकर महासमुंद के दौरे पर गए. उन्होंने विवाद में शामिल रहे सभी पक्षों से मुलाकात कर विस्तार से बातचीत की थी. तमाम लोगों से चर्चा करने के बाद अजय चंद्राकर इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपेंगे. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस रिपोर्ट के बाद ही आईपीएस उदय किरण पर गाज गिर सकती है.
उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो विधानसभा के मानसून सत्र के पहले सरकार उदय किरण पर कार्रवाई कर सकती है, क्योंकि सत्र में सरकार किसी भी तरह से कोई रिस्क लेना नहीं चाहती. मानसून सत्र की अधिसूचना जारी होने के बाद जिन हालातों में विधायक विमल चोपड़ा के साथ मारपीट की घटना घटी, इसे लेकर विपक्षी खेमा सरकार पर हमलावर भूमिका में नजर आ सकता है.