रायपुर। आयोजन से पहले ही विवादों में आ चुके ओद्रा मागधी कार्यक्रम को संस्कृति मंत्री ताम्रध्वज साहू ने आखिकार रद्द कर दिया है. इसके साथ ही उन्होंने बाहरी कलाकारों को अग्रिम भुगतान दिए जाने को लेकर खासी नाराजगी जताई. संस्कृति मंत्री ताम्रध्वज साहू के पास जैसे ही इस कार्यक्रम की पूरी जानकारी पहुँची उन्होंने अधिकारियों को तलब किया. उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि आखिर बाहरी कलाकारों बुलाकार उन्हें अग्रिम भुगतान देकर यह कार्यक्रम कैसे हो रहा है? बताया जा रहा है कि उन्होंने यह भी कहा है कि अगर अग्रिम भुगतान हुआ तो पैसे अधिकारियों से वसूले जाएंगे.

दरअसल इस कार्यक्रम में अग्रिम भुगतान को लेकर प्रदेश के कलाकारों ने खासी नराजागी जाहिर की थी. कलाकार इस बात से नाराज थे बाहरी कलाकारों को अग्रिम भुगतान किया जा रहा लेकिन स्थानीय कलाकारों को सालों तक भुगतान नहीं होता है. पद्श्री अनुज शर्मा ने कहा था कि यह सौतेला व्यवहार जैसा है. इसके साथ छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने भी संस्कृति विभाग में स्थानीय कलाकारों की उपेक्षा को लेकर भी विरोध की चेतावनी दी थी.

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इधर इस पूरे कार्यक्रम की तैयारी संस्कृति विभाग में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थ सहायक संचालक और कार्यक्रम की संयोजक पूर्णश्री राउत ने पूरी कर ली थी. मुक्ताकाश मंच पर टेंट-लाइट सज चुके थे. लेकिन संस्कृति मंत्री को भरोसे पर नहीं लेना कार्यक्रम संयोजक को भारी पड़ गया.