रायपुर- अविभाजित मध्यप्रदेश से अलग होने के बाद बने छत्तीसगढ़ राज्य के पहले वित्त मंत्री रामचंद्र सिंहदेव नहीं रहे. 88 वर्ष की उम्र में उनका कल देर रात निधन हो गया. कोरिया नरेश और कोरिया कुमार के नाम से पहचाने जाने वाले सिंहदेव के निधन से ईमानदार राजनीति के एक युग भी समाप्त हो गया. रामचंद्र सिंहदेव ने रात 1.30 बजे अंतिम सांसें ली. कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेष नितिन त्रिवेदी ने इसकी पुष्टि की है.
रामचंद्र सिंहदेव को बुधवार को उस वक़्त हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जब अचानक उनकी तबियत बिगड़ी थी. एक के बाद एक दो अटैक आने से डॉक्टरों ने उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर शिफ्ट किया था.

अंतिम दर्शन के लिए कांग्रेस भवन लाया जाएगा पार्थिव शरीर

पूर्व वित्त मंत्री रामचंद्र सिंहदेव का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए 11 बजे कांग्रेस भवन लाया जाएगा, जहां उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी. कोरिया कुमार के परिवार के ज्यादातर लोग रायपुर पहुँच चुके हैं.

अविभाजित मध्यप्रदेश में एक ऐसा दौर भी आया था जब रामचंद्र सिंहदेव ने एक साथ 16 विभाग संभाले थे. यह उस वक़्त का रिकॉर्ड था. 1967 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद उन्हें सरकार में 16 विभाग दिए गए थे. करीब छह महीनों तक उन्होंने इन विभागों की जिम्मेदारी संभाली थी. एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि मंत्रालय के एक कमरे से निकलकर दूसरे कमरे में जाना मीटिंग लेना ये उनकी आदत का हिस्सा बन गया था.
मध्यप्रदेश से अलग होने के बाद बने छत्तीसगढ़ राज्य में बतौर वित्त मंत्री उन्होंने काम किया. राजनीति प्रेक्षक बताते हैं कि ईमानदारी राजनीति की वो अद्भुत मिसाल थे.
रामचन्द्र सिंहदेव की स्कूली शिक्षा राजकुमार कॉलेज से पूरी होने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए वे इलाहाबाद चले गए थे, जहां उनके सहपाठियों में विश्वनाथ प्रताप सिंह और नारायण दत्त तिवारी जैसे देश के बड़े राजनीतिज्ञ रहे. पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह भी उनमें जूनियर हुआ करते थे.

फोटोग्राफी के शौकीन

फोटोग्राफी रामचंद्र सिंहदेव के रग-रग में बसती थी. बीते जमाने में फ़िल्म अदाकारा नरगिस के वे इतने बड़े फैन थे कि उनकी तस्वीरे लेने अक्सर मुम्बई जाया करते थे. उनके घरों की दिवारों पर उनकी ली गई तस्वीरें आज भी टंगी मिल जाएगी. कुछ साल पहले नरगिस-सुनील दत्त की बेटी और कांग्रेसी नेत्री प्रिया दत्त जब छत्तीसगढ़ के दौरे पर आई थी, तब उन्होंने नरगिस की खुद की खींची एक पुरानी तस्वीर उन्हें भेंट किया था.