रायपुर। सत्ता परिवर्तन के बाद व्यवस्था परिवर्तन में जुटे प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल राजभाषा छत्तीसगढ़ी को सरकारी काम-काज के साथ रोजगार और शिक्षा की भाषा बनाने की दिशा में लगातार सकारात्मक दिख रहे हैं. फिर चाहे वह राष्ट्रीय अध्यक्ष के समक्ष छत्तीसगढ़ी पूरा भाषण छत्तीसगढ़ी में देने का मसला हो या फिर सरकारी कार्यक्रमों में. मुख्यमंत्री की कोशिश है कि राजभाषा छत्तीसगढ़ी को पर्याप्त स्थान और सम्मान मिले. इसी कड़ी में आज एमए छत्तीसगढ़ी के डिग्रीधारी छात्रों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जब मुलाकात की तो उन्होंने उनकी मांगों को पूरा करने न सिर्फ आश्वासन दिया बल्कि कहा कि सरकार की प्राथमिकता पहले से ही यह है.

छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारी छात्रों ने मुख्यमंत्री से मांग की कि सरकारी पदों पर होने वाली भर्तियों में विशेषकर शिक्षा और ग्रामीण विकास संबंधी भर्तियों छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारी छात्रों को प्राथमिकता मिले. छात्रों ने कहा कि छत्तीसगढ़ी अनुवादकों की नियुक्तियां भी सरकार करे. ताकि राजकाज का काम छत्तीसगढ़ी में हो सके. इसके लिए प्रदेश के सैकड़ों छात्रों काम करने लिए सक्षम है. मुख्यमंत्री से बातचीत के दौरान एमए. छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारी छात्र हितेश तिवारी, सौरभ शुक्ला, तेजकुमार पटेल, अजय पटेल, सुनील साहू, कमलेश कुंभकार, राजेश्वरी, रोहित ऋतुराज साहू मौजूद रहे.