रायपुर। भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव में 51 फीसदी वोट हासिल करने के लक्ष्य के साथ चुनावी मैदान में उतरने जा रही है. जिसके तहत भाजपा मोदी सरकार के साथ ही रमन सरकार की उपलब्धियों को लेकर एक-एक बूथ के एक-एक घर तक पहुंचने की तैयारी कर ली है. जहां लोगों को भाजपा सरकार की 11 योजनाओं का फायदा बताया जाएगा. भाजपा अपने इसी लक्ष्य के साथ एक बार फिर चुनाव के ठीक पहले अपने पुराने कार्यालय की ओर रुख कर ली है. जहां से चौथी बार विधानसभा चुनाव का संचालन करेगी.
नए कलेवर और साज सज्जा के साथ तैयार हुए भाजपा के पुराने कार्यालय एकात्म परिसर की आज पूजा पाठ की गई. पूजा में भाजपा के सह संगठन मंत्री सौदान सिंह, मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, संगठन महामंत्री पवन साय, मंत्री राजेश मूणत, विधानसभा अध्यक्ष गौरी शंकर अग्रवाल सहित कई नेता शरीक हुए.
एकात्म परिसर से भाजपा अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करने जा रही है. जिसके लिए एकात्म परिसर को सजाया संवारा गया है. एकात्म परिसर में अब 500 लोगों की बैठक क्षमता वाले हाल के साथ प्रेस कान्फ्रेंस हाल को भी संवारा गया है. इसके साथ ही माना बस्ती के पास स्थित भाजपा अपने नए कार्यालय का उपयोग आवास के रूप में करेगी. पांच सितारा सुविधा युक्त कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में आला नेताओं के ठहरने की व्यवस्था की जाएगी.
उधर इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि आज मै जब इस कार्यालय में प्रवेश कर रहा था. मुझे वो दिन भी याद आ रहा है जब इस कार्यालय से परिवर्तन का संकल्प लिया गया था. मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अपने भाषण में सन् 2000 से 2003 के जोगी शासन को याद करते हुए कहा कि मुझे वो दिन भी याद है जब हमारे कार्यकर्ता भय और आतंक का शिकार हो रहे थे.संघर्ष कर पूरी ताकत के साथ सामना किया सबके प्रयास से 2003 से 2013 तक की यात्रा यहां से शुरू की. उन दिनों की याद इसलिए दिला रहा हूँ क्योंकि इसके निर्माण के साथ स्मृतियां जुड़ी है.
2003, 2008 और 2013 में जिस संकल्प के साथ हमने सरकार बनाई थी आज एक बार फिर वैसा ही संकल्प लेकर 2018 के चुनावी युद्ध मे जाना है. उस दौर में हम कल्पना भी नही करते थे कि हम कभी सरकार में आएंगे. लेकिन संकल्प लिया हमने और उस संकल्प को पूरा किया. आज एक बार फिर हम संकल्प ले रहे है. इस बार 48, 49 नहीं बल्कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के दिये लक्ष्य मिशन 65 को पूरा करने का संकल्प है. विकास यात्रा 2 हमारे चुनाव अभियान का महत्वपूर्ण चरण साबित होगा.
इस यात्रा में हम बताएंगे कि छत्तीसगढ़ कहाँ था और आज कहाँ पहुँचा है. आज हमारा एक-एक कार्यकर्ता ये गर्व से कहता है कि हम उस राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता हैं जिसने छत्तीसगढ़ का निर्माण किया. ये सत्ता की लड़ाई नहीं है एक विचारधारा की लड़ाई है. तमाम राजनीतिक दलों की बैचेनी अब बढ़ती जा रही है. देश के 75 फीसदी हिस्से में बीजेपी है तो ये कार्यकर्ताओं की मेहनत की बदौलत. देश की वो सारी ताकते जिनके अंदर बैचेनी है. छटपटाहट है ऐसे गठबंधन से मुकाबला करने की चुनौती हम सबके पास आएगी. इस बार की जो कार्ययोजना बनी है उसमें बड़ा लक्ष्य है कि कम से कम 51 फीसदी वोट बीजेपी के हिस्से आये.
भीड़ लाने वालों की कटेगी टिकट
इस कार्यालय से चुनाव में मिलेगी सफलता
चुनावी टोटका!
एकात्म परिसर से यह चौथा चुनाव होगा. जहां भाजपा चुनावी मैदान में उतरेगी. माना जाता है कि चुनाव के लिहाज से एकात्म परिसर भाजपा के लिए काफी शुभ रहा है. इसी कार्यालय से भाजपा ने चुनाव संचालन कर प्रदेश में 3 बार अपनी सरकार बनाई है. भाजपा अब चौथी बार सरकार बनाने के लिए किसी भी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहती लिहाजा वो टोटके का सहारा लेते हुए पुराने कार्यालय को नए रंग रोगन करके यहीं से एक बार फिर चुनावी शंखनाद करने की तैयारी में है.
काम रमन के हाथ में, वोट तो जनता के हाथ में – गोपाल राय
51 फीसदी वोट लाने के बीजेपी के लक्ष्य पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के प्रभारी गोपाल राय ने कहा कि जनता ने मुख्यमंत्री को 15 साल जनता के काम को पूरा करने के लिए भेजा था. काम करना उनके हाथ में था. वोट जनता के हाथ में है. रमन सिंह ने काम तो किए नहीं. लक्ष्य तय करने से क्या होता है. काम वो कर नहीं पाए.
बीजेपी को इस बार वोटों के लाले लड़ जाएंगे
वहीं कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि दरअसल रमन सिंह को मालूम है कि चुनाव में बीजेपी का सफाया होने जा रहा है. बीेजपी ने कहा था कि कांग्रेस मुक्त भारत बनाएंगे लेकिन इस चुनाव में बीजेपी मुक्त छत्तीसगढ़ हो जाएगा. बीजेपी को वोटों के लाले पड़ जाएंगे. रमन सिंह बौखलाहट में कार्यकर्ताओं को बड़े लक्ष्य दे रहे हैं. लेकिन बड़े लक्ष्य के लिए बड़ा काम करना चाहिए. उन्होंने काम तो किया नहीं. बस्तर और सरगुजा की उपेक्षा की. सारकेगुड़ा और मीना खलखो जैसे मामले हुए. किसानों के लिए उन्होंने कुछ नहीं किया. इस चुनाव में बीेजेपी को सीटों के लाले पड़ जाएंगे बीजेपी का सफाया हो जाएगा.