कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड के तत्कालीन उपायुक्त एनके देशपांडे और संपदा अधिकारी अजीत तिवारी के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत में खयानत के मामले के साथ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत ईओडब्ल्यू ने प्रारंभिक जांच की। जिसके बाद प्रकरण दर्ज कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ भू माफिया के साथ साठगांठ कर आवासीय प्रकरणों के बदले कीमती बेशकीमती प्लॉट देकर हाउसिंग बोर्ड को लाखों रुपए की चपत लगाने के साक्ष्य मिले हैं।
ग्वालियर के डीडी नगर के रहने वाले जागरूक सिंह और महाराजपुरा की रहने वाली सुकन्या देवी ने ईओडब्ल्यू में साथियों के साथ शिकायत की थी। उनके द्वारा भू माफियाओं से सांठगांठ कर तीन आवासीय प्लॉट के बदले में दीनदयाल नगर के मुख्य मार्ग के पास व्यवसायिक प्लॉट आवंटित कर दिए थे। आरोपियों ने प्लॉट आवंटित करने की निर्धारित प्रक्रिया का भी पालन नहीं किया था।
इसकी शिकायत मिलने पर ईओडब्ल्यू ने जांच की और पाया कि दोनों आरोपियों द्वारा लाभ प्राप्त करने के लिए षडयंत्र पूर्वक 3 ओपन एरिया को आवासीय भूखंड में परिवर्तित कर विक्रय कर दिया है। ऐसे में आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ ग्वालियर इकाई ने आरोपी अधिकारियों के खिलाफ साक्ष्य मिलने पर प्रकरण दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। जानकारी डीएसपी ईओडब्ल्यू सतीश चतुर्वेदी ने दी।
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