नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वो काम कर दिया है, जिसे दुनिया के इतिहास में कोई दूसरा शख्स नहीं कर पाया है. ट्रंप ने इजराइल और यूनाइटेड अरब अमीरात (UAE) के बीच संबंधों के सामान्य होने की संयुक्त घोषणा की है. यह एक ऐसा काम है, जिसे हम इतिहास पुरुष मानते हैं, वो भी अब तक अंजाम नहीं दे पाए थे.

इजराइल मतलब यदूही और यहूदियों और मुसलमानों के बीच 36 का आंकड़ा आज का नहीं बल्कि धार्मिक ग्रंथों में तक जिक्र होता है. लेकिन कहते हैं न समय बहुत बलवान होता है. सदियों के मुसलमानों और यदूहियों के बीच की दुश्मनी को भुलाकर इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात ने अमेरिका की मध्यस्तता में संबंध सामान्य होने की घोषणा की है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहु और आबूधाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद अल नेहान ने संयुक्त बयान जारी कर संबंधों के सामान्य होने से मध्य-पूर्व में शांति आने की उम्मीद जताई है. बता दें कि इजराइल का खाड़ी के किसी भी देश के साथ अब तक कोई राजनयिक संबंध नहीं है. वहीं दूसरी ओर ईरान को लेकर खाड़ी के देशों और इजराइल की शंका एक जैसी है. माना जा रहा है कि यही वह वजह है, जिसके कारण दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य हुए हैं.