शब्बीर अहमद, भोपाल। खरगोन मे आदिवासी युवक के मौत के मामले में एसपी शैलेन्द्र सिंह पर गाज गिरी है। जांच में देरी पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शैलेन्द्र सिंह को हटाने के निर्देश दिया था। इसके पहले मामले में लापरवाही बरतने पर 4 जेल प्रहरियों को पहले ही निलंबित कर दिया गया था।

आपको बता दें खरगोन में चोरी और लूट के मामले में पुलिस ने लगभग दर्जन भर लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक आदिवासी युवक की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई थी। युवक की मौत से गुस्साए समाज के लोगों ने थाना का घेराव कर जमकर तोड़फोड़ की थी।

उधर घटना के बाद इस मामले ने सियासी तूल पकड़ लिया था। कांग्रेस ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर आदिवासियों का दमन और उत्पीड़न का आरोप लगाया था। कांग्रेस ने सरकार से मामले में उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी। पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने घटना की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया था। पूर्व मंत्री विजय लक्ष्मी साधौ के नेतृत्व में 4 सदस्यीय समिति ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की थी और जांच के बाद कमेटी पीसीसी को सौंपी थी। मामले में कांग्रेस ने सरकार से पीड़ित परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा देने के साथ ही सीबीआई जांच की मांग की थी।

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