रायपुर। छत्तीसगढ़ की विधानसभा का शीतकालीन सत्र निर्धारित समय से दो दिन पहले ही सोमवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. 21 दिसंबर से शुरू हुए विधानसभा ने नवम सत्र के अंतिम दिन नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में महत्वपूर्ण शासकीय संकल्प सर्वसम्मति से पारित किया गया. विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत से कोरोना संक्रमित होने की वजह से उपाध्यक्ष मनोज मंडावी ने आसंदी संभाली थी.

विधानसभा के नवम सत्र की कुल 5 बैठकों में लगभग 21 घंटे चर्चा हुई. इस सत्र में तारांकित प्रश्नों की 505 एवं अतारांकित प्रश्नों की 456 इस प्रकार कुल 961 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई, जिसमें से 22 प्रश्नों पर सभा में अनुपूरक प्रश्न पूछे गये. स्थगन की कुल 117 सूचनाएं प्राप्त हुई, जिसमें से एक विषय से संबंधित 29 सूचनाओं को सदन में पढ़ने एवं शासन का वक्तव्य सुनने के पश्चात् ग्राह्य की गयी तथा एक विषय से संबंधित 16 सूचनाओं पर ग्राह्यता की चर्चा उपरांत उन्हें प्रस्तुत करने की अनुमति नहीं दी गई.

एक विषय से संबंधित 44 सूचनायें ध्यानाकर्षण के रूप में परिवर्तित की गई तथा 28 सूचनायें अग्राह्य की गयी. ध्यानाकर्षण की कुल 252 सूचनाएं प्राप्त हुईं, जिनमें से 67 सूचनाएं ग्राह्य हुई और 28 सूचनाएं शून्यकाल में परिवर्तित की गई. शून्यकाल की 52 सूचनाएं प्राप्त हुईं, जिसमें से 35 सूचनाएं ग्राह्य और 17 सूचनाएं अग्राह्य रही. नियम 139 के अधीन 2 सूचनायें प्राप्त हुईं एवं ग्राह्य की गईं. इस सत्र में विनियोग विधेयक सहित 7 विधेयकों की सूचनाएं प्राप्त हुई और सभी चर्चा उपरांत पारित हुए. वित्तीय कार्यों के अन्तर्गत द्वितीय अनुपूरक अनुमान पर 4 घंटे 10 मिनट चर्चा हुई.