नई दिल्ली। कास्ट स्क्रूटनी कमेटी ने पूर्व एनसीबी जोनल डायरेक्टर समीन वानखेड़े को जाति के मामले में क्लीन चिट दे दी है. कमेटी के आदेश के मुताबिक, वानखेड़े जन्म से मुस्लिम नहीं हैं. इसके साथ ही यह साबित नहीं हुआ कि वानखेड़े और उनके पिता ने इस्लाम धर्म को अपना लिया है. लेकिन यह साबित हुआ कि वे अनुसूचित जाति के महार समाज से संबद्ध हैं.
बता दें कि शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान को ड्रग मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद एनसीबी के तत्कालीन जोनल कमिश्नर समीर वानखेड़े लगातार मीडिया में सुर्खियों में बन रहे. इस दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के धर्म को लेकर सवाल उठाया था. मलिक ने ट्विटर पर समीर वानखेड़े के जन्म प्रमाण पत्र की एक प्रति पोस्ट की, जिसमें उनके पिता का नाम जिसमें उनके पिता का नाम दाऊद वानखेड़े बताया गया है.
नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि समीर वानखेड़े ने अनुसूचित जाति (एससी) श्रेणी के तहत भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में नौकरी हासिल करने के लिए ‘जाली’ दस्तावेजों का इस्तेमाल किया. इसके साथ ही मलिक ने वानखेड़े की मुस्लिम लड़की से हुए पहली शादी का फोटो भी सोशल मीडिया में पोस्ट कर उनके मुस्लिम होने की बात कही थी. मामले में वानखेड़े को न्यायालय की शरण लेनी पड़ी, जिसने मलिक को सोशल मीडिया में विवादित सामग्रियों को पोस्ट करने से मना किया गया था.
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