बेंगलुरु: कर्नाटक सरकार से केएस ईश्वरप्पा को हटाने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला, डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को आज गिरफ्तार किया गया.

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के आवास पर जाने के दौरान रास्ते में उन्हें पहले हिरासत में लिया गया. इसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया, जहां उन्होंने बड़े पैमाने पर आंदोलन करने की योजना बनाई थी.

ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है, जिसके कारण कथित तौर पर ठेकेदार संतोष पाटिल ने आत्महत्या कर ली. पाटिल के एक लॉज में मृत पाए जाने के बाद ईश्वरप्पा के खिलाफ कल आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया.

खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताने वाले पाटिल ने 30 मार्च को आरोप लगाया था कि उसने आरडीपीआर विभाग में एक काम किया था और चाहते थे कि इसका भुगतान हो, लेकिन ईश्वरप्पा ने चार करोड़ रुपये के काम में 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी.

कुछ हफ्ते पहले, पाटिल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि ईश्वरप्पा ने उनके बकाया बिलों का भुगतान नहीं किया है.

उन्होंने भाजपा नेता पर झूठ, भ्रष्टाचार और अनियमितताओं का आरोप लगाया. पीएम मोदी से ईश्वरप्पा को अपने बिलों को निपटाने का निर्देश देने का आग्रह किया.

हालांकि, ईश्वरप्पा ने सभी आरोपों का खंडन किया है. उन्होंने कहा कि वह पाटिल को नहीं जानते थे और कभी उनसे मिले भी नहीं थे. बोम्मई ने गुरुवार को कहा कि एक जांच की जा रही है, लेकिन कांग्रेस से कहा कि उसे विरोध करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है, क्योंकि पार्टी के शासन में कई हत्याएं हुई हैं.