रायपुर। बलरामपुर में पंडो जनजाति के 20 लोगों की मौत पर राज्य सरकार ने जांच के लिए संयुक्त सचिव को निर्देश दिए हैं. जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद ही घटना की सही वजह का पता चल पाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मामले की जैसे ही जानकारी मिली उसके बाद तत्काल जेडी को निर्देश दिया गया है कि वहाँ जाकर मामले की जाँच करें. कम से कम तीन दिन के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपे, साथ ही बताया कि पंडों जनजाति के लोगों में ज़्यादातर हीमोग्लोबीन कम होने का मामला सामने आता है. इसके लिए तमाम दवा फ़िलहाल इस समय में सप्लाई करने का निर्देश दिए गए हैं ,और उनकी दवा भी पहुंचाई जा रही है.
मंत्री ने कहा कि इनमें से अधिकतर लोगों में हीमोग्लोबिन कम होता है. इसके अलावा कुपोषण भी कारण हो सकता है. रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि क्या सही समय में इलाज नहीं मिला. मौत का कारण क्या है. वहीं डॉक्टर रमन सिंह के आरोप पर कहा कि मौत का कारण क्या हैं जांच होने के बाद पता चलेगा. अच्छी बात है कि अपनी टीम भेजे हैं. जांच होनी चाहिए. हीमोग्लोबिन कम होना कुपोषण की ओर इशारा करता है.
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भाजपा ने गठित की समिति
बता दें कि पंडो जनजाति के लोगों की कुपोषण से मौत के मामले में भाजपा ने टीम गठित कर पीड़ितों से मुलाकात करने का निर्णय लिया है. पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि अधिकारी कुपोषण से पंडों की मौत की बात कह रही है. सरकार दावा करती है कि राज्य में कुपोषण की दर में कमी आई है, लेकिन हक़ीक़त सामने है. दरअसल, सरकार को इनकी चिंता नहीं है.
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