सुशील सलाम. कांकेर. दो इनामी नक्सलियों ने आज बस्तर आईजी विवेकानंद सिन्हा के समक्ष सरेंडर कर दिया है. दोनों समर्पित नक्सली पर पुलिस के खिलाफ मुठभेड़ और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है. समर्पित नक्सलियों ने आईजी विवेकानंद सिन्हा को बताया कि सरकारी की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर उन्होंने समर्पण किया है. बस्तर आईजी ने समर्पित नक्सलियों को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी है.
गौरतलब है कि गुरुवार को महिला नक्सली मानको दुग्गा उर्फ देवकी और लच्छू मरकाम उर्फ कमलेश ने आत्मसर्पण किया. मानको पनीडोबीर एलओएस के सदस्या है और उस पर 1 लाख रुपए का इनाम था. वहीं लच्छू मरकाम सीतापुर एलजीएस कमांडर था और उस पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित था. बस्तर आईजी पुलिस विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि दोनों नक्सलियों ने सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है और राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल हुए हैं. इसके लिए कांकेर पुलिस अधीक्षक कन्हैयालाल ध्रुव, एएसपी किर्तन राठौर और पखांजूर के एएसपी राजेंद्र जायसवाल समेत अफसरों को बधाई दी है.
इन घटनाओं में नक्सली कमलेश उर्फ लच्छू था शामिल
बस्तर आईजी ने बताया कि 5 लाख रूपय़े के इनामी नक्सली कमलेश उर्फ लच्छू को वर्ष 1999 के अप्रैल महीने में कमांडर हरिराम ने प्लांटून नंबर दो का सदस्य बनाया. इसके बाद साल 2016 में सीतापुर एलजीएस का कमांडर बनाया गया. माओवादियों के साथ रहते हुए साल 2003 में बीजापुर जिले के ग्राम मद्देड़ एरिया में एम्बुश लगाकर पुलिस दल पर हमला किया. इस हमलें में 5 पुलिसकर्मी शहीद हो गए और नक्सलियों ने उनका हथियार लूट लिया. साल 2003 के अगस्त माह में दंतेवाड़ा जिला के गीदम थाने में हमला कर दो पुलिसकर्मियों को मार डाला गया और एके 47, एसएलआर समेत 33 नग हथियार लूट कर भाग गया.
ओड़िसा के कोरापुट जिले में पुलिस लाइन पर नक्सलियों ने एक बड़े हमले को अंजाम दिया था. जिसें माओवादियों ने 500 नग हथियार, 25 हजार राउंड कारतूस लूट कर ले भागे थे. साल 2006 में कोंडागांव के कुदुरघाटी में हमला कर 9 पुलिसकर्मियों की हत्या कर वॉकीटॉकी और 9 हथियार लूटा गया था. नारायणपुर के झाराघाटी में एम्बुश लगाकर 7 पुलिस कर्मियों को मार डाला गया था. फिर अगले साल झाराघाटी में ही 7 पुलिसकर्मियों को एम्बुश में फंसाकर मार दिया गया. कांकेर के कोयलीबेड़ा थाना क्षेत्र के सुलंगी गांव में दो पुलिसकर्मी को मारने की घटना, कोंडागांव के टेड़मु एम्बुश में 4 जवानों की हत्या, रावघाट प्रोजेक्ट रेलवे लाइन कार्य में लगे वाहनों में आगजनी और ठेकेदार रमेश जैन की हत्या की वारदात को अंजाम देने में लच्छू उर्फ कमलेश शामिल था.