नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. कांग्रेस में चुनाव की वकालत करने वाली G-23 समूह की अगुवाई करने वाले नेता गुलाम नबी आजाद के राज्यसभा से विदाई के साथ ही पार्टी छोड़ने की अटकलें लगाई जा रही थी.

जानकारी के अनुसार, गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है. इसके साथ ही गुलाम नबी आजाद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी रिमोट कंट्रोल से चल रही है. राहुल गांधी के पीए और सिक्योरिटी गार्ड फैसला ले रहे हैं. राहुल गांधी ने पार्टी के बड़े नेताओं का अपमान किया है.

गुलाम नबी आजाद के कदम का आभास पहले से ही होने लगा था, जब उन्होंने कांग्रेस आलाकमान के आदेश को दरकिनार करते हुए जम्मू-कश्मीर में अभियान समिति के अध्यक्ष पद पर नियुक्त किए जाने के कुछ घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया था. पार्टी ने वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद को अभियान समिति का अध्यक्ष के साथ राजनीतिक मामलों की समिति और समन्वय समिति का प्रमुख भी बनाया गया था.

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में गुलाम नबी आजाद के पार्टी से इस्तीफा देने से कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि आजाद अलग राजनीतिक दल बनाकर नई राजनीतिक पारी की शुरुआत कर सकते हैं.

पढ़िए ताजातरीन खबरें…