रायगढ़। रायगढ़ जिले के खरसिया में हुई 13 लाख रुपए लूट के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने 48 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूट की रकम और घटना में प्रयुक्त स्कार्पियो वाहन को बरामद कर लिया है. गिरफ्तार किये गए आरोपियों में जांजगीर चांपा के अडभार नगर पंचायत अध्यक्ष और भाजपा नेता कार्तिक रात्रे, उसका पुत्र विक्रम रात्रे और विक्रम का साला चित्रसेन सतनामी है.

पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जांजगीर-चांपा के अडभार निवासी कन्हैया राठौर पेशे से ठेकेदार है. वह नगर पंचायत में ठेकेदारी करता है और उसका बैंक एकाउंट एसबीआई खऱसिया में है. दो दिसंबर को कन्हैया ने अपने सहयोगी अगतराम रात्रे को 7 लाख और 6 लाख के हस्ताक्षर किये हुए दो सेल्फ चेक पैसे निकालने के लिए दिये थे. अगतराम रात्रे ने इसकी जानकारी अपने भाई और नगर पंचायत अध्यक्ष कार्तिक राम रात्रे को दिया.

आरोपी कार्तिक राम गांव के विकास देवागंन को बैंक से पैसे लाने के लिए बैंक भेज दिया. वहीं कार्तिक अपने भाई अगतराम के साथ तीन दिसंबर को स्कॉर्पियो SBI बैंक खरसिया पहुंचे. तीनों एक साथ बैंक के अंदर चेक कैस कराने गये. बैंक में सेल्फ चेक से विकास ने ₹6 लाख तथा अगतराम ने ₹7 लाख रूपये निकाले. विकास देवांगन 6 लाख रूपये ठेकेदार कन्हैया को देने के लिये अगतराम को देकर उसी समय बैंक में देकर चला गया. अगतराम 6 लाख रूपये को थैला में तथा 7 लाख को बैग में रखकर दोपहर करीब 12:50 बजे बैंक से कार्तिकराम रात्रे के साथ निकला. दोनों बैंक से 40 मीटर आगे गए ही थे कि बाइक सवार दो नकाबपोश वहां पहुंचे और अगतराम के पास पैसों से भरा झोला और बैग लूटकर फरार हो गए. अगतराम ने अपने साथ हुई लूट की रिपोर्ट खरसिया थाना में दर्ज कराई.

मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आसपास के सभी इलाके के सीसीटीवी कैमरों को खंगालने के साथ ही कार्तिकराम और अगतराम से पूछताछ किया. पूछताछ में कार्तिकराम पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों के भागने का गलत रास्ता बताया. सीसीटीवी फुटेज में अगतराम द्वारा बताए गए रास्ते से आरोपी बाइक में जाते हुए नजर आए, उनके पास लूटे गए थैले व झोला मौजूद था. अगतराम और विकास देवांगन को पुलिस ने सीसीटीवी के फुटेज दिखाए, जिसमें उन्होंने आरोपी को पहचान लिया, आरोपी और कोई नहीं बल्कि कार्तिक राम के पुत्र विक्रम के रुप में किया. पुलिस ने विक्रम रात्रे को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ किया, पूछताछ में विक्रम ने पुलिस को बताया कि उसने अपने साले चित्रसेन सतनामी के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया. जिसका प्रमुख साजिशकर्ता और सूत्रधार उसका पिता नगर पंचायत अडभार का अध्यक्ष व भाजपा नेता कार्तिक राम रात्रे को बताया. पुलिस ने कार्तिकराम रात्रे को हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया.