अजयारविंद नामदेव, शहडोल। जिले के बुढार थाने में उस वक्त हड़कंप मच गया जब ग्वालियर से आई एसटीएफ के तीन सदस्सीय टीम ने एक आरक्षक को पकड़कर अपने साथ ले गई। आरक्षक के ऊपर वर्ष 2014 में ही व्यापमं में हुए पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाले में शामिल होने का आरोप था। जिसकी जांच लंबे समय से चल रही थी। जांच के बाद उसे ग्वालियर से आई स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की तीन सदस्सीय टीम ने गिरफ्तारी वारंट दिखा गिरफ्तार कर ले गई।

मिली जानकारी के अनुसार ग्वालियार से आई स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की तीन सदस्सीय बुढार थाने पहुंची और अपना परिचय पत्र दिखाया। साथ ही बुढार थाने में पदस्थ आरक्षक परिमल सिंह की जांच से सम्बंधित कागज व उसकी गिरफ्तारी का वारंट भी दिखाया। थाने में मौजूद आरक्षक परिमल सिंह को पकड़ कर अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद टीम आरक्षक को वहां से उसे अपने साथ वाहन में लेकर चली गयी।

Read More: MPPSC: 18 दिसंबर को होगी ADPO की परीक्षा, इन 4 शहरों में बनाए गए 55 परीक्षा केंद्र

Read More: देशद्रोहियों को देश में रहने का अधिकार नहीं, उनका बहिष्कार कर कार्रवाई करना चाहिए, कृषि मंत्री कमल पटेल ने दिया बड़ा बयान

बता दें कि आरक्षक पर वर्ष 2014 में व्यापमं के जरिए हुई पुलिस आरक्षक भर्ती में शामिल होकर नौकरी हासिल करने का आरोप था। जिसकी गोपनीय शिकायत एसटीएफ को की गई थी। इसके बाद एसटीएफ ने इसकी जांच शुरू की तो पता चला कि आरक्षक परिमल सिंह व्यापमं द्वारा आयोजित पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में स्वयं शामिल नहीं हुआ था। उसके नाम पर किसी अन्य व्यक्ति ने परीक्षा दी थी।

शिकायत के बाद जब परीक्षा में शामिल हुए अभ्यार्थी व परिमल सिंह के अंगूठे के निशान मिलाए गए तो वह अलग अलग थे। इसके बाद कई बार आरक्षक परिमल कुमार को जांच के लिए एसटीएफ ग्वालियर द्वारा बुलाया गया। अंततः जांच में दोषी पाए जाने के बाद आज उसे एसटीएफ द्वारा बुढ़ार थाना से गिरफ्तार कर लिया गया। इस मामले में शहडोल एसपी कुमार प्रतीक ने कहा कि व्यापमं घोटाले में शामिल होने को लेकर जांच चल रही थी, जिस पर एसटीएफ ने आरक्षक को गिरफ्तार किया है।

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus