महासमुंद. पुलिस वालों का एक बार खूनी चेहरा सामने आया है. जहां जिले के निर्दलीय विधायक डॉक्टर विमल चोपड़ा और उनके समर्थकों पर बर्बारता पूर्वक लाठी चार्ज किया है. दरअसल बॉल बैडमिंटन के कोच व स्थानीय लड़कों के साथ हुए मारपीट मामले में विधायक ने अपने सैकडों समर्थकों के साथ कोतवाली थाने का घेराव कर दिया था. जिसको लेकर पुलिस व विधायक समर्थकों के बीच विवाद काफी बढ़ गया. वहीं पुलिस ने बलपूर्वक विधायक समर्थकों को थाने से खदेड़-खदेड़ कर बेरहमी से पिटाई की है. जिससे विधायक और उनके समर्थक गंभीर रूप से घायल हो गए है. पुलिस दोनों पक्ष के खिलाफ कांउटर रिपोर्ट लिख रही है.
इस लाठी चार्ज के दौरान विधायक के सिर पर गंभीर चोट आई है. उनके बदन में लाठी के निशान पड़ गए है. कई कार्यकर्ता के हाथ पैर पर गंभीर चोट आई है. जिससे वो गंभीर रुप घायल हो गए है. पूरी तरह से लहूलुहान हो गए है. जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती किया गया है.
विधायक विमल चोपड़ा ने कहा कि इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष से की जाएगी. उन्होंने ये भी कहा कि यदि मामले में कोई कार्रवाई नहीं होती है तो मैं इस्तीफा दे दूंगा.
बता दें कि मिनी स्टेडियम में खेल को लेकर दो पक्षो में विवाद हो गया था. जिससे पुलिस औऱ समर्थकों के बीच विवाद होते ही पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया. बताया जा रहा है कि विधायक को चारों तरफ से घेर कर मारा गया है. विधायक के साथ-साथ उनके समर्थक को भी बेरहमी से पीटा गया है.
इधर पुलिस कर्मियों को भी आई चोटें
तस्वीरें बताती है कि इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस कर्मियों पर भी प्रदर्शनकारियों का गुस्सा जमकर फूटा है. एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग को लेकर विधायक और विधायक समर्थकों को थाने से हटाने धारा 144 लगवा दी गई थी, बावजूद इसके जब प्रदर्शनकारी नहीं हटे तो पुलिस ने बल प्रयोग किया. पुलिस कर्मियों का आरोप है कि पहले विधायक समर्थकों की ओर से पत्थरबाजी की गई, जिसमें डीएसपी
विनोद मिंज, एसआई संदीप मांडले, एसआई वीणा साहू, आरक्षक ज्ञान सिंह सिदार, आरक्षक विजय साहू और आरक्षक ललित पनागर को चोटें आई हैं.