चंद्रकांत देवांगन, दुर्ग। छत्तीसगढ़ में कोरोना से बेकाबू होते हालातों के बीच दुर्ग जिले में कलेक्टर ने 10 दिन के लॉक डाउन की घोषणा कर दी है। जिला प्रशासन ने 20 से 30 सितंबर तक लॉकडाउन का निर्णय लिया है।

जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस संबंध में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, व्यापारिक संगठनों की ओर से भी आग्रह किया गया था। स्थितियों पर विचार कर जिला प्रशासन ने लॉकडाउन लगाने का निर्णय किया है।

कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने सभी नागरिकों से आह्वान किया है कि लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन करें। इस समय असावधानी बरती गई तो कोरोना संक्रमण की स्थिति को नियंत्रित करने में गंभीर परेशानी हो सकती है। कलेक्टर ने कहा है कि लॉकडाउन का उद्देश्य कोरोना संक्रमण को रोकना है। इस समय नागरिकों की भी बड़ी जिम्मेदारी है कि वे संयम का परिचय देते हुए लॉकडाउन को सफल बनायें ताकि जिले को संक्रमण से मुक्त करने की बड़ी लड़ाई में सफलता मिल सके।

राजधानी के बाद सर्वाधिक संक्रमित जिला

आपको बता दें प्रदेश में राजधानी के बाद दुर्ग जिला ही सर्वाधिक संक्रमित हैं। यहां प्रतिदिन मरीजों के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां होने वाली मौतें अन्य जिलों की अपेक्षा सर्वाधिक है। यहां अब औसतन प्रतिदिन 300 से ज्यादा कोरोना संक्रमित पाए जा रहे हैं वहीं प्रतिदिन होने वाली मौत का औसत 10 से 12 है। जो कि प्रतिदिन आऩे वाले मरीजों की संख्या का लगभग 5 प्रतिशत है। ये आंकड़े दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं।

गौरतलब है कि दुर्ग जिले में बुधवार तक कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 7542 था। वहीं 242 मरीजों की मौत हो चुकी है।

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