कपिल शर्मा, हरदा। देवास जिले के ग्राम सतवास की करीब 10 से 15 महिलाओं ने हरदा के सुदामा नगर स्थित एसवीसीएल फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों को बंधक बना लिया। कर्मचारियों द्वारा धोखाधड़ी का आरोप लगाकर एसवीसीएल के कर्मचारियों को उनके ही कार्यालय में करीब 4 घंटे तक बंधक बनाए रखा। करीब 4 घंटे बाद सिविल लाइन थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और सभी कर्मचारियों को बंधक मुक्त कराया। पुलिस जरूरी दस्तावेज के साथ सभी कर्मचारियों को सिविल लाइन थाने आई।
जानकारी के अनुसार सतवास की महिलाओं ने बुधवार को थाने पहुंचकर हरदा शहर के सुदामानगर में संचालित प्राइवेट एसवीसीएल बैंक के प्रतिनिधियों, मैनेजर द्वारा रुपयों की धोखाधड़ी की शिकायत की। पीड़ित महिला जैबून बी ने बताया कि गत 12 मार्च 2022 को बैंक प्रतिनिधि के रूम में चंदन सिंह एवं दीपक सिंह सतवास पहुंचे थे। जहां पर नंबर 10 में मकबूल शाह के यहां स्व सहायता समूह की बैठक की थी। उन्होंने कहा कि अच्छी योजना आई है। प्रत्येक महिला को एक लाख रुपए मिलेंगे। जिसमें सिलाई, पापड़, चायपत्ती क्रय, तकिये के खोल बनाने का काम दिया जाएगा। इसके लिए महिलाओं को 8 हजार रुपए जमा कराना होंगे।
इसके दो दिन बाद एक-एक लाख रुपए का लोन डाल दिया जाएगा। गत 14 मार्च को उन्होंने हरदा आकर 5600 रुपए चंदन सिंह एवं दीपक सिंह को दिए थे। इसके अलावा आठ-आठ हजार रुपए अन्य महिलाओं ने भी दिए थे। लेकिन उनके खाते में आज तक एक-एक लाख रुपए का लोन नहीं आया है। इसके बाद बैंक कर्मचारियों ने मोबाइल बंद कर लिए। पीडि़त महिला बेगम बी, रुखसार बी, जैतून बी, आश्मिन बी, आशा, रुखमणि, जासमिन, अनीसा, लीलाबाई, जैबून बी, अंगूरीबाई, सन्नो बी ने थाना प्रभारी को आवेदन देकर बैंक कर्मचारियों से पैसे दिलवाने और उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की।
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