भोपाल. जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान गत 26 जुलाई की रात छतरपुर जिले के चंदला में आयोजित आमसभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अचानक मंच से नीचे गिरने की घटना पर लोक निर्माण विभाग के सभी मुख्य अभियंताओं, अधीक्षण यंत्रियों और कार्यपालन यंत्रियों को भोपाल से वीआईपी कार्यक्रम के दौरान मंच निर्माण के संबंध में मंगलवार को नये दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

अब वीआईपी के कार्यक्रम में मंच निर्माण की व्यवस्था के लिये लोनिवि के कार्यपालन यंत्रियों पर जिम्मेदारी डाली गई है और उनसे कहा गया है कि यदि इन दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन नहीं किया गया तो वे पूर्ण रुप से जिम्मेदार होंगे.

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लोनिवि के प्रमुख अभियंता अखिलेश अग्रवाल द्वारा जारी इन नवीन दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि वीआईपी कार्यक्रम के दौरान लेनिवि द्वारा निर्मित किये जाने वाले मंच के निर्माण में अत्यंत सावधानी बरती जाये तथा यह सुनिश्चित किया जाये कि मंच पर्याप्त मजबूत बनाया जाये, ताकि उपयोग के दौरान क्षतिग्रस्त न हो एवं दुर्घटना की संभावना को टाला जा सके. मंच निर्माण में मैदानी अधिकारी अपने सुदीर्घ अनुभव एवं तकनीकी ज्ञान का उपयोग करेंगे. लोकनिर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता अखिलेश अग्रवाल का कहना है कि ‘‘वीआईपी के मंच निर्माण के संबंध में नई गाईड लाईन जारी की गई है. आगे से इसी गाईड लाईन के आधार पर मंच बनाये जायेंगे।’’

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ये हैं नये दिशा निर्देश-

  • 1- मंच के निर्माण हेतु पूरे समय के लिये लोनिवि का एक अनुविभागीय अधिकारी/उपयंत्री को तैनात किया जाये। जो यह सुनिश्चित करेंगे कि मंच निर्माण में लगाई जाने वाली सामग्री उचित गुणवत्ता की हो। ऐसे प्रकरणों में जिनमें मंच का निर्माण किसी अन्य संस्था के द्वारा करवाया जाना हो तथा लोनिवि से इसकी मजबूती के संबंध में प्रमाण-पत्र मांगा जाना हो तो कार्यपालन यंत्री जिला प्रशासन से समन्वय कर यह सुनिश्चित करेंगे कि विभाग के अधिकारी मंच निर्माण के दौरान प्रारंभ से ही इस कार्य का सुपरविजन करेंगे ताकि कार्यपालन यंत्री के द्वारा वांछित प्रमाण-पत्र जारी किया जा सके।
  • 2- मंच का निर्माण फर्म एवं समतल सतह पर किया जाये। यदि सतह फर्म नहीं है तो इस पर रोलिंग/रेमिंग करके इसका समतलीकरण कर लिया जाये। विशेषकर वर्षा ऋतु के दौरान यह सुनिश्चित किया जाये कि मंच के नीचे पानी इकट्ठा न हो अन्यथा की स्थिति में इस पर निर्मित मंच का स्ट्रक्चर कमजोर होकर क्षतिग्रस्त हो सकता है।मंच निर्माण हेतु लगाये गये पाईप/बल्लियों/राफ्टर का सेक्शन समान होना चाहिये तथा सड़ी गड़ी/क्षतिग्रस्त बल्लियों का उपयोग न किया जाये।चार, मंच निर्माण हेतु लगने वाले पाईप/बल्लियों को सीधे जमीन पर न रखा जाये। इन्हें पर्याप्त चौड़ाई के पेडस्टल जोकि कांक्रीट, लकड़ी या लौहे की शीट से बनाया हो, पर रखा जाये।
  • 3- सभी पाईप/बल्लियों की ऊंचाई एक समान होना चाहिये तथा इनमें कोई भी जोड़ नहीं होना चाहिये।
  • 4- मंच के स्ट्रक्चर को प्रॉपर ब्रेसिंग के द्वारा मजबूत किया जाना सुनिश्चित किया जाये। मंच का फ्लोर समतल होना चाहिये। इस पर लगाये जाने वाले स्टील शीट/प्लाईबोर्ड पर्याप्त मोटाई का एवं मजबूत होना चाहिये।
  • 5- मंच पर ऊपर जाने के लिये बनाई जाने वाली सीढिय़ों पर एवं मंच के चारों ओर रेलिंग लगाया जाना सुनिश्चित किया जाये।
  • 6- सीढिय़ों की राईजर 15 सेमी से अधिक न हो तथा ट्रेड की चौड़ाई 30 सेमी से कम नहीं होनी चाहिये।
  • 7- मंच पर चढऩे बनाई गई सीढ़ी को पर्याप्त संख्या में बल्लियां/पाईप लगाकर सपोर्ट किया जाये।
  • 8- मंच पर सीढ़ी पर लगाया जाने वाला कार्पेट/दरी इस तरह से लगाई जाये कि उस पर चलने पर कार्पेट/दरी खिसके नहीं तथा किसी का पैर इसमें न फंसे। इसके लिये फ्लोर पर कार्पेट में सेलो टेप लगाया जाये। सीढ़ी पर लगाये जाने वाले कार्पेट के संबंध में यह सुनिश्चित किया जाये कि यह राईजर/ट्रेड से चिपका रहे एवं सरके नहीं। इसके लिये यू पाईप लगाकर उसमें यूनेल का उपयोग किया जाये।
  • 9- वर्षा ऋतु के दौरान मंच के ऊपर वाटर प्रूफ टेंट लगाया जाये। कार्यपालन यंत्री स्वयं मंच का उपयोग के पूर्व निरीक्षण करेंगे तथा यह सुनिश्चित करेंगे कि मंच पूर्ण रुप से सुरक्षित एवं मजबूत है।