रायपुर। एडीजी पवन देव के खिलाफ एक बार फिर से पीड़ित महिला पुलिस कर्मी ने वैधानिक कार्यवाही की मांग करते हुए शिकायत की. इस बार यह शिकायत भूपेश सरकार में प्रभारी नए डीजीपी डीएम अवस्थी हुई. पीड़िता ने प्रभारी डीजीपी से लिखित मेंं शिकायत करते हुए कहा कि उत्पीड़न के आरोप में दोषी पाए जाने के बाद पवन देव के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
जबकि इस मामले में 2016 से लेकर वे 2018 तक लगातार पुलिस मुख्यालय रायपुर सहित राज्य और केन्द्रीय गृहमंत्रालय तक शिकायतें करती है. पुलिस मुख्यालय की ओर से तात्कालीन जांच अधिकारी आईएएस रेणु पिल्ले की अध्यक्षता वाली गठित कमेटी ने मेरी शिकायतों को सही पाते हुए पवन देव को दोषी करार दिया था. वहीं इस मामलें में राज्य गृहमंत्रालय और केन्द्रीय गृहमंत्रालय के बीच हुए पत्राचार की जानकारी भी मांगने के बाद मुझे नहीं दी गई है. दुःख तब और ज्यादा हुआ जब दोषी अधिकारी को पदोन्नति दे दी गई थी.
पीड़ित महिला पुलिस कर्मी ने प्रभारी डीजीपी डीएम अवस्थी से गुहार लगाते हुए मांग की है. पूर्व में उनकी सुनवाई उनके अपने विभाग में नहीं हो पाई थी. अब एक आश आपसे जगी है कि दोषी अधिकारी के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही जरूर करेंगे. क्योंकि आप छत्तीसगढ़ में बेहतर पुलिसिंग के लिए काम कर रहे हैं. पुलिस परिवारों के हितों के लिए प्रयासरत् हैं. ऐसे में एक असहाय महिला कर्मचारी की मदद आप करेंगे.
गौरतलब है कि मुंगेली में पदस्थ महिला पुलिसकर्मी ने एडीजी और तात्कालीन बिलासपुर आईजी रहे पवन देव के खिलाफ अश्लील बातें करने, आवास अकेले बुलाने जैसे कई आरोप लगाए थे. मीडिया में यह मामला सामने आने के बाद खूब हंगामा मचा था. शिकायत होने के बाद पुलिस मुख्यालय से कोई कार्रवाई नहीं होने पर विभाग की खूब किरकिरी हुई थी. भारी दबाव के बाद हालांकि तात्कालीन डीजीपी ने जांच के आदेश दिए थे. लेकिन जांच में दोषी पाए जाने के बाद भी कार्रवाई न विभाग ने की और न तात्कालीन सरकार ने की थी.