BRICS Summit: कज़ान में ब्रिक्स समिट का आज दूसरा दिन है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ब्रिक्स समिट को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने ब्रिक्स देशों के सहयोगियों का विभिन्न मुद्दों पर ध्यान आकर्षित किया. ब्रिक्स की बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय वार्ता हो रही है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस दौरे पर हैं, जहां उन्होंने बुधवार को कज़ान में ब्रिक्स समिट को संबोधित किया. ब्रिक्स की बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच पांच साल बाद द्विपक्षीय वार्ता हो रही है. इस वार्ता में सीमा विवाद पर भी चर्चा होने की संभावना है. इससे पहले 11 अक्टूबर 2019 को पीएम मोदी और शी जिनपिंग की मुलाकात हुई थी.

2014 से 2019 के बीच प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग की 18 बार मुलाकात हो चुकी है. इन द्विपक्षीय वार्ताओं में 18 सितंबर 2014 को जिनपिंग की भारत यात्रा, 14 मई 2015 को पीएम मोदी का चीन दौरा और 4-5 सितंबर 2016 को चीन में आयोजित G20 समिट शामिल हैं, जिनमें दोनों नेताओं की महत्वपूर्ण मुलाकातें हुई थीं.

इसके बाद 8-9 जून 2017 को एससीओ (SCO) की बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई थी. फिर 26 अप्रैल 2018 को चीन के वुहान में और 11 अक्टूबर 2019 को महाबलीपुरम में प्रधानमंत्री मोदी और शी जिनपिंग की महत्वपूर्ण बैठकें हुई थीं.

कजान में मुलाकात से पहले कैसे बना सकारात्मक माहौल?

  • एलएसी पर दोनों देशों के बीच तनाव में कमी आई.
  • भारत और चीन पूर्व की स्थिति बहाल करने पर सहमत हुए.
  • तनाव के बावजूद बातचीत का सिलसिला लगातार चलता रहा.
  • विवादों का समाधान बातचीत के माध्यम से निकाला गया.
  • चीन ने भारत में अपना नया राजदूत नियुक्त किया.
  • चीन के नए राजदूत ने भारत की प्रशंसा की.
  • चीन के विदेश मंत्रालय ने भी भारत की सराहना की.
  • वीजा और व्यापार से जुड़े मुद्दों पर राहत प्रदान की गई.

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